चीन और अमेरिका के बीच बढ़ रहे व्यापार युद्ध के बीच चीन ने भारत सहित 5 देशों को बड़ा गिफ्ट दिया है। चीन ने भारत से आयात होने वाली 8500 वस्तुओं पर आयात शुल्क घटाने का फैसला किया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी उत्पादों पर 100 प्रतिशत तक आयात शुल्क लगाने वाले देशों में भारत का उदाहरण देते हुये अमेरिका द्वारा व्यापार संतुलन साधने के लिये चीन, यूरोपीय संघ और भारत से आयातित सामान पर ऊंचे शुल्क लगाने की जवाबी कारवाई का बचाव किया है।
चीन ने अमेरिका से चल रहे व्यापारिक युद्ध (ट्रेड वार) के बीच सोयाबीन पर भारत सहित चार अन्य देशों से आयात शुल्क हटा दिया है। चीन सरकार ने कहा कि भारत, दक्षिण कोरिया, बांग्लादेश, लाओस और श्रीलंका से सोयाबीन पर आयात शुल्क वर्तमान के तीन फीसदी से घटाकर शून्य कर दिया है।
चीन ने भारत सहित चान अन्य देशों से आयातित सामान पर शुल्क खत्म करने या घटाने का फैसला किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर अब चीन की टेक्नोलॉजी कंपनियों का निवेश है। मीडिया की खबरों में कहा गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप जल्द अमेरिका की टेक्नोलॉजी में चीन के निवेश के खिलाफ नए उपायों की घोषणा कर सकते हैं।
ईरान ने घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देने के एक कदम उठाते हुए उन वस्तुओं की एक सूची जारी की है, जिनका आयात प्रतिबंधित कर दिया गया है।
EU today impose duty on American Goods
श्विक व्यापार युद्ध गुरुवार को और बढ़ गया। चीन ने कहा है कि यदि डोनाल्ड ट्रंप अपने अतिरिक्त आयात शुल्क को वापस नहीं लेते हैं तो वह बड़ी जवाबी कार्रवाई करेगा।
चीन ने मंगलवार को अमेरिका पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया। इससे पहले अमेरिका ने चेताया था कि वह चीन के 200 अरब डॉलर के उत्पादों पर 10 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगा सकता है। इसके बाद चीन ने अमेरिका की इस योजना को ‘ब्लैकमेल’ करार देते हुए कहा है कि वह भी इसके जवाब में कदम उठाने को तैयार है।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध अब विकराल रूप लेता जा रहा है। शुक्रवार को अमेरिका द्वारा चीनी सामानों पर 50 अरब डॉलर मूल्य का अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा के जवाब में चीन ने शनिवार को उन अमेरिकी सामानों की सूची तैयार की है, जिनपर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले सामानों के आयात पर 50 अरब डॉलर के शुल्क को मंजूरी दे दी। अमेरिका के व्यापार मंत्री द्वारा इस संबंध में आज औपचारिक घोषणा किए जाने का अनुमान है।
भारत और अमेरिका व्यापार व आर्थिक मोर्चे पर विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए आधिकारिक स्तर की विस्तृत बातचीत करने पर राजी हो गए हैं। यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने भारत पर कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने का आरोप लगाया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित दुनिया की कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर निशाना साधते हुए उन पर अमेरिका को व्यापार में लूटने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भारत कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 100% शुल्क वसूल रहा है।
अमेरिका और चीन ने व्यापार में चल रहे तनाव को खत्म करने के लिए कदम उठाया है। दोनों देशों ने इसको लेकर एक समझौता किया है। इसके तहत चीन अब अमेरिका से आयात बढ़ाएगा। अमेरिकी वस्तुओं का आयात बढ़ाकर चीन 375 अरब डालर के अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने पर ध्यान देगा।
दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध इस साल वैश्विक व्यापार को प्रभावित करेगा। दोनों देश संरक्षणवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसके चलते वैश्विक व्यापार प्रभावित होने की आशंका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार संबंधी विवाद को तेज करते हुए चीनी उत्पादों पर 100 अरब अमेरिकी डॉलर का अतिरिक्त शुल्क लगाने को कहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका चीन के साथ किसी भी तरह का व्यापार युद्ध नहीं लड़ रहा है क्योंकि उसे तो अमेरिका कई साल पहले अपने पूर्व ‘बेवकूफ और बेकार’ नेताओं के चलते हार चुका है।
अमेरिका ने चीन से आयात होने वाली 1300 वस्तुओं पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव दिया है और उसके जबाव में आज चीन ने भी अमेरिका से आयात होने वाली 106 वस्तुओं पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क की घोषणा कर दी है
अमेरिका ने 1300 चीनी वस्तुओं पर 25 प्रतिशत की दर से आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव दिया है और इससे अमेरिका को लगभग 50 अरब डॉलर का राजस्व मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है
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