October Trade Data: अक्टूबर में निर्यात 6 प्रतिशत और आयात में 11 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। हालांकि, व्यापारिक घाटा बढ़कर 26 अरब डॉलर हो गया है।
बीते 8 वर्षों में मोदी सरकार ने कई पुरानी परंपराओं को बदला है। सरकार की कोशिश इन बदलावों के साथ प्रक्रिया में सुधार करना है। इस बीच सरकार ने आज एक और नए बदलाव की घोषणा की है।
अक्टूबर में पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में सालाना आधार पर 52 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके साथ ही काजू का निर्यात 21.57 प्रतिशत, रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 21.27 प्रतिशत, चमड़े का निर्यात 16.67 प्रतिशत, मानव निर्मित धागे/कपड़े का निर्यात 12.8 प्रतिशत, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान का निर्यात 9.4 प्रतिशत, कॉफी का निर्यात 9.2 प्रतिशत घट गया
ट्रंप प्रशासन की ओर से भारी भरकम शुल्क लगाने के बावजूद अमेरिका के साथ चीन का व्यापार अधिशेष सितंबर में बढ़कर 34.1 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत और रूस के बीच व्यापार बढ़ने की उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़कर 2025 तक 30 अरब डॉलर हो जाएगा।
वर्ष 2016-17 की अप्रैल से नवंबर की अवधि में सोने का आयात 30.5 प्रतिशत घटकर 15.74 अरब डॉलर का रह गया। इससे देश के चालू खाते के घाटे में कमी आने की उम्मीद है।
निर्यात के मोर्चे पर सरकार को भारी झटका। दिसंबर में लगातार 13वें महीने भी गिरा निर्यात। दिसंबर में निर्यात 14.75 फीसदी घट कर 22.2 अरब डॉलर रह गया।
ग्लोबल स्तर पर सुस्त मांग से देश का निर्यात आंकड़ा इस साल ज्यादातर समय गिरावट में रहा। हालांकि, सरकार की पहलों से 2016 में इसमें सुधार आने की उम्मीद है।
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