जापान के लिए एक और चिंता का विषय कमजोर होती मुद्रा है। हाल ही में अमेरिकी डॉलर लगभग 155 जापानी येन पर कारोबार कर रहा है, जो एक साल पहले 140-येन के स्तर से ऊपर है।
भारत और ब्रिटेन जनवरी 2022 से एक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत कर रहे हैं, इस साल की शुरुआत में दोनों देशों में आम चुनावों के दौरान बातचीत रुकी हुई थी। ब्रिटेन ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है।
India International Trade Fair : बिहार और उत्तर प्रदेश इस मेले में भागीदार राज्य के रूप में भाग ले रहे हैं। जबकि झारखंड मुख्य ‘फोकस’ वाले राज्य के रूप में इसमें भाग लेगा।
फोर्टिस ट्रेडमार्क की नीलामी होती है तो कम से कम 191.5 करोड़ रुपये की राशि की वसूली हो सकती है। फोर्टिस हॉस्पिटल्स लिमिटेड ने पहले इसपर आपत्ति जताई थी लेकिन बाद में उसके वकील ने आपत्ति वापस ले ली।
भारत का पहले से ही आसियान के साथ वस्तु व्यापार में मुक्त व्यापार समझौता है। इसके सदस्यों में सात ब्रुनेई, दारुस्सलाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपीन, सिंगापुर, वियतनाम और थाइलैंड आईपीईएफ देश शामिल हैं।
भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय माल व्यापार वास्तव में 2022-23 में 8. 3 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 8. 4 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। कनाडा से भारत का आयात बढ़कर 4. 6 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया, जबकि निर्यात में मामूली गिरावट देखी गई, जो 3. 8 बिलियन अमरीकी डॉलर रह गई।
प्रमुख संकेतकों के हिसाब से वस्तुओं की तुलना में सेवा व्यापार का परिदृश्य अधिक अनुकूल है। इस वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान भारत का निर्यात 1.14 प्रतिशत बढ़कर 178.68 अरब डॉलर हो गया।
शो में विभिन्न स्थानों पर भुगतान के आधार पर स्ट्रीट फूड, यूपी का स्टेपल फूड और उच्च ब्रांडों के कॉन्टिनेंटल फूड सहित खाने के कई विकल्प उपलब्ध हैं।
शो का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार और इंडिया एक्सपोजिशन लिमिटेड मिलकर कर रहे हैं। शो में 2500 से भी ज्यादा स्टॉल लगे हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में 70 देशों से लगभग 500 विदेशी खरीदारों के आने की उम्मीद है।
अगस्त 2024 में अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सिंगापुर, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, नेपाल, बेल्जियम और तुर्की को होने वाले निर्यात में भी गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान यूएई, स्विट्जरलैंड, दक्षिण कोरिया, जापान, थाईलैंड, वियतनाम और ताइवान से आयात में बढ़ोतरी हुई है।
यूक्रेन में संघर्ष के चलते साल 2022 में पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बाद भारत रूसी तेल का प्रमुख आयातक बन गया। रूस और भारत के बीच रूबल और रुपये में लेनदेन सुचारू रूप से चल रहा है।
वाणिज्य सचिव ने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है और हम सीमा पार होने वाले व्यापार पर नज़र रख रहे हैं और हमें लगता है कि जो भी अड़चनें थीं, उन्हें काफी हद तक दूर कर लिया गया है।
बांग्लादेश को भारत का निर्यात 2022-23 में 12.21 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर 2023-24 में 11 अरब डॉलर रह गया। आयात भी पिछले वित्त वर्ष में घटकर 1.84 अरब डॉलर रह गया,
बांग्लादेश उपमहाद्वीप में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत दूसरा सबसे बड़ा निर्यात साझेदार है।
जून, 2020 में गलवान घाटी में हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी खटास आई है। भारत हमेशा से कहता रहा है कि सीमा क्षेत्रों पर शांति से पहले उसके चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं।
एडिडास एजी की तरफ से दायर याचिका पर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि इस मामले में ट्रेडमार्क का उल्लंघन हुआ है लिहाजा वादी स्थायी रोक का आदेश पाने की हकदार है।
2022-23 में सिंगापुर से हमारा आयात 23.6 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो सालाना आधार पर 24.4 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह सिंगापुर को भारत का निर्यात सालाना आधार पर 7.6 अरब डॉलर से बढ़कर 12 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।
गोयल ने कहा कि धीरे-धीरे देशों को यह एहसास हो रहा है कि घरेलू मुद्रा में व्यापार करने के कई फायदे हैं। कई देश इस व्यवस्था के लिए आगे आए हैं। भारत ने नेपाल और भूटान समेत पड़ोसी देशों के साथ रुपये में व्यापार शुरू कर दिया है।
ताई ने अबू धाबी में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की बैठक में अपने संबोधन में कहा कि चीन का आर्थिक विकास दुनिया भर में कई प्रतिस्पर्धी दबाव पैदा कर रहा है और संस्था में अब सुधार की जरूरत है।
भारतीय रुपया ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले स्थिर रहा है। सीतारमण ने कहा कि रुपये के व्यापार में शुरुआती समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन इससे डॉलर की कमी वाले देशों को मदद मिल रही है।
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