2000 करोड़ रुपये की रकम में करीब 1,600 करोड़ रुपये टर्मिनल भवन में निवेश किए जा रहे हैं, जबकि शेष राशि का इस्तेमाल एक नया ‘टैक्सीवे’ बनाने और ‘रनवे’ का विस्तार करने में किया जाएगा।
दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 (टी1) के विस्तार का काम फरवरी के आखिर तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा, डीजीसीए ने वैश्विक नेविगेशन उपग्रह प्रणाली (जीएनएसएस) को जाम करने या छेड़छाड़ करने (स्पूफिंग) के खतरों से निपटने के संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है।
टर्मिनल में बदलाव 29 मार्च 2020 से लागू होगा
पेट्रोनेट LNG लिमिटेड ने टर्मिनल बनाने की योजना के तहत बांग्लादेश में कुतुबदिया द्वीप पर 5,000 करोड़ रुपए की लागत से LNG टर्मिनल बनाने की योजना बनाई है।
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