टेक महिंद्रा के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। एक समय शेयर 17 फीसदी तक गिर गए। इसके कारण निवेशकों को 7000 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा।
इनफोसिस के संस्थापक चयेरमैन एन आर नारायण मूर्ति ने IT सेक्टर में लागत में कटौती के उपाय के तौर पर कर्मचारियों को नौकरी से हटाये जाने पर दुख जताया।
इंफोसिस और कॉग्निजेंट जैसी IT सेक्टर में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। विशेषज्ञों की मानें तो यह अभी एक-दो साल और जारी रहेगा।
Cognizant, Infosys और Wipro के बाद आईटी कंपनी टेक महिंद्रा भी अपने सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
इन्फोसिस का मुनाफा 3708 करोड़ रुपए से गिरकर 3603 करोड़ रुपए पर आ गया है। वहीं, कंपनी की आय आय 0.9 फीसदी घटकर 17,120 करोड़ रुपए रही है।
माना जा रहा है कि इस तिमाही में ज्यादातर बड़ी IT कंपनी जैसे इन्फोसिस, TCS और HCL टेक को तिमाही दर तिमाही आधार पर 5-15 फीसदी तक घाटा होने का अनुमान है।
टेक महिंद्रा का मानना है कि वोडाफोन और आइडिया का प्रस्तावित विलय IT क्षेत्र के लिए एक हलचल लाने वाला घटनाक्रम होगा और उसे इस सौदे से फायदा होगा।
H-1B वीजा नियमों में बदलावों के लिए दोबारा लाए गए प्रस्ताव के बाद आईटी कंपनियों पर दबाव बढ़ा और टॉप 4 कंपनियों की मार्केट वैल्यू 22,000 रुपए घट गई।
टेक महिंद्रा ने कहा, उसने पमेंट बैंक शुरू करने की योजना को रद्द कर दिया है। इस क्षेत्र में बढ़ रहे प्रतियोगियों की वजह से उसके मार्जिन पर असर पड़ सकता है।
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