गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र (जीटीएसी) ने कोरोना वायरस महामारी के बीच हुई एक नीलामी में चाय पत्ती की विशेष किस्म मनोहारी गोल्ड की बिक्री 75 हजार रुपये प्रति किलोग्राम की दर से की है।
भारतीय चाय निर्यातक संघ के मुताबिक पिछले साल निर्यात लगभग 25.2 करोड़ किलोग्राम का हुआ था। संघ को आशंका है कि ईरान से मांग में कमी आने की वजह से निर्यात का आकार 18 करोड़ से 18.5 करोड़ किलोग्राम तक घट जाएगा
अभी कंपनी के मंच पर 7,000 से अधिक शिक्षक हैं। हाल ही में बायजूस ने व्हाइटहैट जूनियर का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह देश में महिला शिक्षकों के आधार को बढ़ा रही है।
घरेलू बाजार में अच्छी गुणवत्ता वाली चाय के दाम करीब 100 रुपए प्रति किलोग्राम चढ़ गए हैं।
अप्रैल में तीन करोड़ 90.2 लाख किलोग्राम के कुल चाय उत्पादन में से, लगभग तीन करोड़ 37.9 लाख किलोग्राम सीटीसी चाय की किस्म थी, जबकि 47.4 लाख किग्रा पारंपरिक चाय किस्म और 4.9 लाख किग्रा ग्रीन टी थी।
मार्च के महीने में चाय के उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज हुई
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने से भारत के बासमती चावल और चाय के निर्यात प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि अगले कुछ महीने में खादी ग्रामोद्योग आयोग शहद के क्यूब लॉन्च करने जा रहा है जिन्हें चीनी की जगह पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी चाय शोध संस्था ‘टोकलई चाय शोध संस्थान’ को इस समय गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उसका काम प्रभावित हुआ है।
वर्तमान में वाराणसी और रायबरेली स्टेशनों पर ही पकी मिट्टी से बने कुल्हड़ में चाय दी जाती है।
पूर्वी भारत में मजबूती से पैर जमाने के बाद कंपनी उत्तरी और पूर्वी भारत में आक्रामक विस्तार की योजना बना रही है।
यह रिपोर्ट विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में नौकरी पर रखे जाने और वेतन के आंकड़ों का विश्लेषण कर तैयार की गई है।
इस रिपोर्ट को तैयार करने में 775 भारतीय प्रतिष्ठानों और 85 वैश्विक कंपनियों को शामिल किया गया। यह रिपोर्ट 19 उद्योग क्षेत्रों और 14 भौगोलिक स्थानों में किए गए सर्वेक्षण के आधार पर तैयार की गई है।
खुदरा तथा रोजमर्रा के इस्तेमाल के उपभोक्ता उत्पाद और टिकाऊ वस्तु (एफएमसीजी एंड डी) क्षेत्रों में चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में रोजगार के 2.76 लाख नये अवसर सृजित होने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया कि रिटेल क्षेत्र की तेज वृद्धि और विदेशी कंपनियों के प्रवेश से रोजगार के ये अवसर सृजित होंगे।
सौंदराराजन ने कहा कि जैसा कि बुनियादी स्थिति ठीक दिखाई पड़ रही है, उस लिहाज से इस साल कीमतों में मजबूती आने की संभावना है।
चाय का प्रति किलो यूनिट मूल्य जनवरी 2018 के 197.42 रुपए से बढ़कर 215.88 रुपए प्रति किग्रा होने की वजह से जनवरी 2019 में चाय निर्यात मूल्य पहले के 470.83 करोड़ रुपए के मुकाबले बढ़कर 480.77 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा वापस लेने के भारत के फैसले से पड़ोसी देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा, जो पहले से गहरे संकट में है।
7वें केंद्रीय वेतन आयोग के अनुसार इन संस्थाओं द्वारा 1 जनवरी 2016 से 31 मार्च 2019 तक के एरियर का भुगतान करने पर आने वाले अतिरिक्त कुल खर्च का 50 प्रतिशत भुगतान केंद्र सरकार द्वारा किया जाएगा।
चाय बोर्ड ने सोमवार को कहा कि वर्ष 2018 के पहले 10 महीनों में भारत से पाकिस्तान को चाय का निर्यात एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 22 प्रतिशत बढ़कर 1.30 करोड़ लाख किग्रा रहा।
लेटेस्ट न्यूज़