Tata CRISPR Test एक मेड इन इंडिया उत्पाद है जो सुरक्षित, भरोसेमंद, किफायती और आसानी से उपलबध है।
सीपीडब्लूडी ने आज भवन निर्माण के लिए बोलियों पर फैसला लिया। इसमें टाटा प्रोजेक्टस की बोली सबसे कम 861.9 करोड़ रुपये थी। वहीं प्रतिद्वंदी एल एंडटी ने 865 करोड़ रुपये के लिए बोली दी थी।
मॉडलों के आधार पर वाहनों की कीमत दो प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी। कंपनी के मॉडलों में सी-क्लास 40 लाख रुपए से शुरू होकर एस-क्लास 1.4 करोड़ रुपए तक जाती है।
मारुति सुजुकी, होंडा और टाटा मोटर्स जैसी प्रमुख वाहन कंपनियों को त्योहारी मौसम में मांग में सुधार आने की उम्मीद है।
एक्सटी+ वेरिएंट में दो लीटर क्षमता का डीजल इंजन है जो सिक्स-स्पीड मैनुअल गियर और 17 इंच एलॉय व्हील और प्रोजेक्टर हेडलैम्प जैसे विभिन्न फीचर्स से सुसज्जित है।
EESL टाटा नेक्सन की खरीद 14.86 लाख रुपए में करेगी। यह कीमत इसकी एक्स-शोरूम कीमत 14.99 लाख रुपए से 13,000 रुपए कम है।
पोलो जीटी की शोरूम कीमत घटाकर 9.67 लाख रुपए की गई है, जबकि वेंटो हाइलाइन प्लस की शोरूम कीमत 12.99 लाख रुपए है।
इस नए वेरिएंट में नेक्सन एक्सएम के सभी मौजूदा फीचर्स भी मौजूद होंगे। इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी प्रोग्राम, ड्राइवर और को-ड्राइवर एयरबैग्स, हिल होल्ड कंट्रोल, कनेक्टनेक्स्ट इंफोटेनमेंट सिस्टम आदि शामिल हैं।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि उनका सुपर एप लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग के साथ ही साथ फाइनेंशियल और टीवी देखने का विकल्प उपलब्ध कराएगा।
टाटा मोटर्स समूह पर फिलहाल 48,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। कर्ज घटाने के लिए कंपनी की गैर जरूरी निवेश और संपत्तियों को बेचने की योजना है साथ ही निवेश योजना को नियंत्रित रखने पर भी जोर दिया जाएगा। चालू वित्त वर्ष में कुल निवेश 50 फीसदी घटा है।
बैटरी और मोटर पर 8 साल या 1.6 लाख किलोमीटर की वारंटी मिलती है। नेक्सॉन ईवी की एक्स-शोरूम कीमत 13.99 लाख रुपए से शुरू होती है।
टाटा स्टील ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते 2020-21 के दौरान इस्पात की मांग में भारी कमी आने की आशंका है।
कंपनी ने बताया कि जून 2020 तिमाही के दौरान एकल आधार पर उसका शुद्ध नुकसान 2,154.24 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले जून तिमाही में 147.45 करोड़ रुपए रहा था।
यूरोप में कंपनी की बिक्री 19.4 लाख टन रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 22.6 लाख टन थी।
एयर इंडिया कोविड-19 से काफी पहले से गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। महामारी के असर ने, खासतौर से उड्डयन क्षेत्र में, काफी प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
कंपनी फिलहाल महानगरों में कुल 12 तरह के व्यंजन पेश कर रही है
कंपनी को इस संयंत्र से सालाना 24 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन और करीब 24 करोड़ किलोग्राम वार्षिक कार्बन उत्सर्जन कम करने की उम्मीद है।
टीसीपीएल ने हालांकि कहा कि मौजूदा प्रवृत्ति को देखते हुए कपनी पर कोई खास प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका नहीं है।
अब तक खुल चुके शोरूम का कुल बिक्री में 69 फीसदी की हिस्सेदारी
कंपनी ने प्रति शेयर 1.55 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया है।
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