विस्तारा की आखिरी फ्लाइट‘UK115’ दिल्ली से सिंगापुर के लिए निर्धारित है, जो सोमवार को रात 11.45 बजे उड़ान भरेगी। बताते चलें कि एयर इंडिया और विस्तारा दोनों ही टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी हैं।
किताब के अनुसार, हालांकि रतन टाटा के लिए केवल व्यक्ति की प्रतिभा और मूल्य ही मायने रखते थे। लेखक के मुताबिक, रतन टाटा नहीं चाहते थे कि नोएल को न चुने जाने की स्थिति में उन्हें उनके विरोधी के रूप में देखा जाए।
टाटा संस, टाटा ग्रुप की कंपनियों की होल्डिंग और प्रोमोटर कंपनी है। नोएल टाटा, सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के निदेशक मंडल में ट्रस्टी हैं।
झारखंड और महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा के सम्मान में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया था। आज रतन टाटा को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
2000 के बाद टाटा समूह के विकास और वैश्वीकरण अभियान ने उनके नेतृत्व में गति पकड़ी और नई सेंचुरी में कई हाई-प्रोफाइल अधिग्रहण हुए, जिनमें टेटली, कोरस, जगुआर लैंड रोवर, ब्रूनर मोंड, जनरल केमिकल इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स और देवू शामिल हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि टाटा संस का आईपीओ बाजार का रुख बदलने वाला साबित हो सकता है, जिससे निवेशकों को काफी फायदा होने की उम्मीद है। भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक की मूल कंपनी के रूप में टाटा संस की प्रतिष्ठा को देखते हुए इसके सूचीबद्ध होने में घरेलू तथा वैश्विक दोनों निवेशकों की रुचि देखने को मिल सकती है।
एयरलाइन कंपनी विस्तारा, टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस का जॉइंट वेंचर है। फिलहाल, विस्तारा में टाटा की 51 फीसदी हिस्सेदारी है और सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) ने शुक्रवार को सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में बताया था कि एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित मर्जर के हिस्से के रूप में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के लिए भारत सरकार से उसे मंजूरी मिल गई है।
टाटा संस ने थोक बिक्री के तहत 4,001 रुपये के न्यूनतम मूल्य पर 2.34 करोड़ शेयरों को बेचना शुरू किया। यह मूल्य सोमवार को कंपनी के शेयर के बंद भाव 4,144.75 रुपये से 3.65 प्रतिशत कम है।
Why TCS Share Fall : टीसीएस के शेयर का 52 वीक हाई 4,254.45 रुपये है। वहीं, 52 वीक लो लेवल 3070.30 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप बीएसई पर 14,54,832.99 करोड़ रुपये देखने को मिला।
चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा ग्रुप दो महीने में साणंद में लिथियम आयन बैटरी बनाने के लिए 20 गीगावॉट की गीगाफैक्टरी भी शुरू करने वाला है।
Tata Technologies प्रोडक्ट इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवाओं में विशेषज्ञता रखती है, जो ऑटोमोटिव, औद्योगिक भारी मशीनरी और एयरोस्पेस सहित उद्योगों को सेवा प्रदान करती है।
टाटा समूह के पास जाने के बाद अब पूर्व में सरकारी एयरलाइंस रही एयर इंडिया अपने पंख फैलाने लगी है। कंपन चीन के डेवलपमेंट बैंक से 6 एयरबस ए320 नियो विमान पट्टे पर लेने जा रही है।
टाटा संस ने एक बयान में कहा कि उसके निदेशक मंडल की शुक्रवार को बैठक हुई जिसमें बीते पांच साल की समीक्षा की गई और इसके कार्यकारी चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की पुन: नियुक्ति पर विचार किया गया।
टाटा ग्रुप की पहली कोशिश होगी कि एयर इंडिया की फ्लाइट का संचालन समय पर हो। इसके अलावा भी कई अन्य बदलावों पर विचार किया जा रहा है।
कैग ने रिपोर्ट में कहा है कि एयर इंडिया को अनुबंध की शर्तों का पालन नहीं करने पर विमान निर्माता कंपनी बोइंग को 43.85 करोड़ रुपये का जुर्माना देना पड़ा
पिछले महीने के अंत में केंद्र सरकार ने एयर इंडिया को 18,000 करोड़ रुपये में टाटा संस के हाथों बेचने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
2003-04 के बाद यह पहला निजीकरण होगा, एयर इंडिया टाटा के पोर्टफोलियो में तीसरा एयरलाइन ब्रांड होगा। एयर एशिया इंडिया और विस्तारा में टाटा की अधिकांश हिस्सेदारी है।
एयर इंडिया को टाटा को सौंपने से पहले, सरकार बाकी चार महीने की अवधि (सितंबर-दिसंबर) के लिए एयर इंडिया के बहीखातों पर काम करेगी और जो भी देनदारियां बचेगीं, उन्हें एआईएएचएल को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
रतन टाटा के मुताबिक टाटा समूह का एयर इंडिया के लिये बोली जीतना बड़ी खबर है, और यह टाटा समूह के विमानन उद्योग में मौजूदगी को यह मजबूत व्यवसायिक अवसर उपलब्ध कराएगी
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