पहली तिमाही में 23.9 प्रतिशत की गिरावट के बाद दूसरी तिमाही में यह गिरावट 12 से 15 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4 से 5 प्रतिशत रह सकती है।
आयकर स्लैब में बदलाव को लेकर बढ़ती सुगबुगाहट के बीच पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने रविवार को बिना उपकर या अधिभार के चार दर वाले व्यक्तिगत आयकर ढांचे की वकालत की है।
कई विशेषज्ञों द्वारा चिंता जताए जाने को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने वित्त मंत्रालय से कहा है कि वह विदेशों में जारी किए जाने वाले सरकारी बांड पर एक विस्तृत अध्ययन करे।
राजस्थान कैडर के 1983 बैच के आईएएस अधिकारी गर्ग 2014 में विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक बनने के बाद चर्चा में आए।
वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि सरकार विदेशी बाजारों में सॉवरेन बांड (सरकारी प्रतिभूतियां) बेचकर धन जुटाने की प्रक्रिया जल्द शुरू करेगी।
वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग का कहना है कि आम बजट में सोने एवं अन्य महंगी धातुओं पर आयात शुल्क बढ़ाने का निर्णय पूरी तरह सोच-समझकर किया गया है।
बजट में 2019-20 के लिए 7.10 लाख करोड़ रुपए के सकल कर्ज का लक्ष्य तय किया गया था। चालू वित्त वर्ष के लिए सकल कर्ज का अनुमान 5.71 लाख करोड़ रुपए है।
राजस्थान कैडर के 1983 बैच के आईएएस अधिकारी 58 वर्षीय गर्ग जून 2017 से आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव के रूप में काम कर रहे हैं।
नोटबंदी वाले वित्त वर्ष 2016-17 में आर्थिक वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही थी।
सरकार ने भारतीय करेंसी नोटों के चीन में छापे जाने को लेकर हुए करार की खबरों को पूरी तरह से निराधार बताया है
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था नई ऊंचाइयां छूने के लिए तैयार है। साथ ही 2030 तक 10,000 अरब डॉलर की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ इसके दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है।
सरकार ने तेल के बढ़ते दाम से लोगों को राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती को लेकर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है। उसने कहा है कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी चिंता का कारण है क्योंकि इससे आयात बिल 50 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है तथा इसका चालू खाते के घाटे (CAD) पर प्रभाव पड़ेगा।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि सरकार को रिजर्व बैंक (RBI) की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति ( MPC ) का ब्याज दर बढ़ाने को लेकर कोई झुकाव नजर नहीं आता और इस संबंध में कोई भी निर्णय ठोस आंकड़ों से निर्देशित होना चाहिए।
सुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि मौजूदा समय में 2000 रुपए के 7 लाख रुपए से ज्यादा की कीमत के नोट सर्कुलेशन में हैं जो जरूरत से ज्यादा है, ऐसे में नए 2000 रुपए के नोट जारी नहीं हो रहे हैं
सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि विश्वबैंक की विकास समिति की 97 वीं बैंठक में कल कहा कि भारत विश्व की सबसे वृद्धि वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा। हमारा अनुमान है कि 2018 में भारत 7.4 प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगा।
मार्केट में आने के करीब 17 महीने के बाद 2000 रुपए के नोट की सप्लाई अब बंद की जा चुकी है। मंगलवार को केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि फिलहाल थोड़े समय के लिए 2000 रुपए के नोट की सप्लाई बंद हो चुकी है, हालांकि सिर्फ सप्लाई बंद हुई है नोट बंद नहीं हुए हैं।
बिटकॉइन की कीमत अब 4 लाख रुपए भी नहीं बची, आज ही इसके भाव में 16 प्रतिशत की गिरावट आ गई, डेढ़ महीना पहले भाव 12.70 लाख रुपए था
दो सौ रुपए का नोट पेश करने के कुछ दिन बाद वित्त मंत्रालय ने आज 1,000 का नोट फिर से लाने की संभावना को खारिज कर दिया।
सुभाष चंद्र गर्ग इससे पहले भी 200-2003 के दौरान आर्थिक मामलों के विभाग में अपनी सेवाएं दे चुके हैं
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