अगस्त में पी-नोट्स के जरिये निवेश का आंकड़ा 74,027 करोड़ रुपये के दस माह के उच्चस्तर पर पहुंचा था। जुलाई में पी-नोट्स के जरिये निवेश 63,228 करोड़ रुपये, जून में 62,138 करोड़ रुपये, मई में 60,027 करोड़ रुपये और अप्रैल में 57,100 करोड़ रुपये रहा था।
घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों, कोविड-19 से जुड़े घटनाक्रमों तथा वैश्विक रुख से तय होगी।
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा मेटल सेक्टर में तेजी देखने को मिली है। वहीं बड़े स्टॉक्स के मुकाबले मिड कैप और स्मॉलकैप में आज ज्यादा बढ़त दर्ज हुई। पिछले 12 कारोबारी सत्र में बाजार 11 सत्र में बढ़त के साथ बंद हुआ है।
गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स 1066 अंक की गिरावट के साथ 39728 के स्तर पर और निफ्टी 291 अंक की गिरावट के साथ 11680 के स्तर पर बंद हुआ है। शेयर बाजार में आज चौतरफा गिरावट देखने को मिली है। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिला है।
बुधवार के कारोबार में सेसेक्स 169 अंक की बढ़त के साथ 40795 के स्तर पर और निफ्टी 37 अंक की बढ़त के साथ 11971 के स्तर पर बंद हुआ है। आज के कारोबार में सेंसेक्स अपने निचले स्तरों से 514 अंक सुधर कर बंद हुआ है
सेंसेक्स 84 अंक की बढ़त के साथ 40594 के स्तर पर और निफ्टी 17 अंक की बढ़त के साथ 11931 के स्तर पर बंद हुआ। आज सबसे ज्यादा गिरावट सरकारी बैंकों में देखने को मिली है।
एफपीआई ने इस अवधि के दौरान शेयर बाजार में 5,245 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि उन्होंने बांड बाजार से 4,159 करोड़ रुपये निकाले। इस तरह उन्होंने 1,086 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
शेयर बाजार में पिछले सप्ताह देखी गई तेजी के निकट भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है।
सेंसेक्स 327 अंक की बढ़त के साथ 40509 के स्तर पर और निफ्टी 80 अंक की बढ़त के साथ 11914 के स्तर पर बंद हुआ है। आज सबसे ज्यादा बढ़त सरकारी बैंकों में देखने को मिली है।
गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स 304 अंक की बढ़त के साथ 40183 के स्तर पर और निफ्टी 96 अंक की बढ़त के साथ 11835 के स्तर पर बंद हुआ है। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा बढ़त आईटी सेक्टर में देखने को मिली।
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, ऋण भुगतान पर रोक से जुड़े घटनाक्रमों तथा वैश्विक रुख से तय होगी।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,45,194.57 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, वाहन बिक्री के साथ वृहद आर्थिक आंकड़े और वैश्विक संकेतक इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे।
Short term share trades: वित्त मंत्रालय ने शेयर की खरीद बिक्री करने वाले कारोबारियों को बड़ी राहत दी है।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिली है। सबसे ज्यादा बढ़त आईटी और ऑटो सेक्टर में देखने को मिली है। बाजार में इससे पहले लगातार 6 दिनों से गिरावट देखने को मिल रही थी, इस दौरान सेंसेक्स 3000 अंक से ज्यादा टूट गया था।
बाजार में आज चौतरफा गिरावट देखने को मिली है, सबसे ज्यादा गिरावट मेटल और आईटी सेक्टर में देखने को मिली है। वहीं निफ्टी में 47 स्टॉक गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
निवेशक बाजार में हमेशा मल्टीबैगर की तलाश में रहते हैं, ऐसे स्टॉक्स निवेशकों को उनके निवेश के मुकाबले कई गुना ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं। हालांकि बाजार की अनिश्चिता के बीच जरूरी होता है कि निवेशक संभल कर निवेश करें
फार्मा सेक्टर इंडेक्स 1.73 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है। वहीं, सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 1.37 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। आईटी सेक्टर और मेटल सेक्टर में करीब 0.3 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है।
आज के कारोबार में आईटी और फार्मा सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी प्रमुख सेक्टर में गिरावट देखने को मिली है। कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान एनर्जी सेक्टर में देखने को मिला है।
घरेलू बाजार में आज चौतरफा गिरावट देखने को मिली है। सबसे ज्यादा नुकसान रियल्टी सेक्टर को उठाना पड़ा है। वहीं ऑटो और मेटल सेक्टर भी तेज गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
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