जमाखोरी और महंगाई पर अंकुश लगाए रखने के लिए सरकार ने व्यापारियों पर दाल-दलहनों, तेल-लिहन के स्टॉक लिमिट संबंधी आदेश की मियाद एक वर्ष के लिए और बढ़ा दी है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों से इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। शेयर बाजार की जानकारी रखने वाल एक्सपर्ट्स ने यह राय जताई है।
बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स Sensex 186 अंक की मजबूती के साथ 28599 के स्तर पर और निफ्टी 37 अंक बढ़कर 8780 के स्तर पर बंद हुआ है।
बुधवार के सत्र में घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी के साथ कारोबार देखने को मिल रहा है। निफ्टी 20 अंकों की मामूली गिरावटहै। वहीं, सेंसेक्स 75 अंक लुढ़क गया है
इन्वेस्टर्स एसबीआई ब्लू चिप फंड, क्वांटम लॉन्ग टर्म, डीएसपी फोक्स 25 फंड, बिरला सन लाइफ टॉप 100 फंड और रिलायंस टॉप-200 फंड पर दांव लगा सकते है।
बैंकिंग, मेटल, एफएमसीजी शेयरों में गिरावट के चलते घरेलू शेयर बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिल रही है।
सिम्फनी के शेयर ने 10 साल में निवेशकों को मालामाल कर दिया है। अगर किसी निवेशक ने 2006 में इसके शेयर में हजार रुपए लगाए होते तो अब वह 12 लाख हो जाते।
पिछले तीन सत्र में एचसीसी, गैमन इंडिया, ACC और सिम्प्लेक्स जैसी कंस्ट्रक्शन कंपनियों के Shares 30 फीसदी तक चढ़े चुके हैं। आगे चलकर ये Shares डबल हो सकते है।
इन्वेस्टर्स आज केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, बजाज ऑटो, एक्सिस बैंक, जेएसपीएल, एसीसी, गेल इंडिया, एमएंडएम में सौदे बनाकर अच्छे रिटर्न हासिल कर सकते है।
चीनी के दाम पर अंकुश लगाने के लिये मिलों के लिए भंडार सीमा तथा प्रत्येक मिल के मामले में कोटा नियत कर घरेलू बिक्री को नियंत्रित करने पर विचार कर रही है।
इंडियन इन्वेस्टर्स के बीच इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) शेयरों के प्रति प्यार कम नहीं हुआ है, फिर चाहे वह नए शेयर हों या पुराने।
निवेशकों को इस साल अब तक सोने और चांदी में सबसे अधिक फायदा हुआ है। इस साल सोने की कीमत जहां 22.29 फीसदी ऊंची हुई है वहीं चांदी 41.14 फीसदी चढ चुकी है।
सेंसेक्स की टॉप दस कंपनियों में से सात का मार्किट कैपिटलाइजेशन बीते सप्ताह कुल मिलाकर 45,962.77 करोड़ रुपए घट गया। इंफोसिस, टीसीएस को सबसे अधिक नुकसान हुआ।
श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का एक्सचेंज ट्रेडेड कोषों में निवेश बढ़ाकर पांच फीसदी से अधिक करने का संकेत दिया है।
वृहद आर्थिक आंकड़ों तथा कंपनियों के तिमाही नतीजों से आगामी सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। विशेषज्ञों ने यह राय जताई है।
भारत लगातार तीसरे साल भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश रहा है। पूरी दुनिया में हथियार आयात करने के मामले में भारत की 14 फीसदी हिस्सेदारी रही।
सरकार ने निर्यातकों, फूड प्रोसेसर्स और उन बड़े रिटेलर्स, जिनके कई आउटलेट्स हैं, के लिए दाल की स्टॉक लिमिट पर मिलने वाली छूट को खत्म कर दी है।
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