ISMA ने 2017-18 में पूरे सीजन के दौरान उत्पादन 251 लाख टन अनुमानित किया है, पिछला स्टॉक 38.76 लाख टन बचा था और 2 लाख टन आयातित चीनी भी है
सबसे ज्यादा बढ़त मेटल और पीएसयू बैंक इंडेक्स में देखी जा रही है। निफ्टी की 50 कंपनियों में से 35 कंपनियों के शेयरों में तेजी है और 15 कंपनियों के शेयरों में नरमी है
मंगलवार को कई ऑटो कंपनियों की सेल के आंकड़े जारी हुए हैं जिस वजह से ऑटो कंपनियों में भारी उठापटक देखने को मिली।
मंगलवार से ज्यादातर कंपनियों के दिसंबर तिमाही नतीजे आना शुरू हो जाएंगे, बाजार की नजर सभी तिमाही नतीजों पर टिकी हुई है
शेयर बाजार में 2018 की शुरुआत में जिन सेक्टर इंडेक्स में ज्यादा तेजी देखने को मिल रही है उनमें सबसे आगे रियलिटी, पीएसयू बैंक, फार्मा और मीडिया सेक्टर इंडेक्स हैं।
ज्यादातर जानकारों ने 2018 के लिए कई ऐसी कंपनियां सुझाई है जिनमें खरीदारी करके अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है।
आज भारतीय शेयर बाजार के दोनों महत्वपूर्ण इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी तेजी के साथ कारोबार कर रह हैं।
सेबी की इस मंजूरी के बाद शेयरों और कमोडिटीज में ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग एकाउंट खुलवाने की जरूरत नहीं होगी
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स ने 33,975.05 का ऊपरी स्तर छुआ है और फिलहाल 27.37 प्वाइंट की बढ़त के साथ 33,939.18 के स्तर पर कारोबार कर रहा है
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी की बात करें तो उसने आज 10,534.50 के ऊपर स्तर को छुआ है, निफ्टी ने मंगलवार को 10,545.45 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ था
सेंसेक्स ने 34,005.37 के रिकॉर्ड स्तर को छुआ है और फिलहाल 24.74 प्वाइंट की तेजी के साथ 33,965.04 पर करोबार कर रहा है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने दिसंबर महीने में शेयर बाजार से 7,300 करोड़ रुपए की निकासी की है। इसके पीछे प्रमुख वजह कच्चे तेल की कीमत बढ़ना और राजकोषीय घाटे के दायरे में वृद्धि होना बताया जा रहा है।
शेयर बाजार ने जिस तरह का रिटर्न 2017 में दिया है उसी तरह का रिटर्न 2018 में भी कई कंपनियों से लिया जा सकता है, कुछ कंपनियों की जानकारी यहां है
सूत्रों के मुताबिक इस कार्यक्रम में मुकेश अंबानी, रिलायंस इंडस्ट्रीज के भविष्य के बारे में अपना दृष्टिकोण साझा कर सकते हैं
स्टॉक लिमिट के तहत प्याज कारोबारी सरकार की तय की हुई लिमिट से ज्यादा स्टॉक नहीं रख सकते जिस वजह से मंडियों में प्याज की सप्लाई ज्यादा होती है
निफ्टी आज 10,501.10 की रिकॉर्ड ऊंचाई तक गया है और बाजार बंद होने के समय 52.70 प्वाइंट की तेजी के साथ 10,493 के स्तर पर था
देश में मोदी सरकार मई 2014 में आई थी और तब से शेयर बाजार में एकतरफा तेजी का रुख बना हुआ है जिस वजह से इन कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई है
सरकार के चीनी दाम को निगरानी में रखने के लिए चीनी डीलरों पर स्टॉक सीमा प्रतिबंध को समाप्त करने के फैसले से जहां एक तरफ चीनी के दाम पर बढ़ता दबाव कम होगा वहीं व्यापारियों और डीलरों के स्तर पर चीनी की मांग में सुधार आएगा।
जिन कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई उनमें महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिज बैंक, मारुति और जी एंटरटेनमेंट सबसे आगे रहे
यूनिटेक और डीबी रियलिटी के शेयर में 20 प्रतिशत तक की तेजी आ चुकी है, रिलायंस कम्युनिकेशन का शेयर भी 13-14 प्रतिशत तक बढ़ चुका है
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