खबरों के मुताबिक टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा सहित 6 कंपनियां सरकारी कंपनी बीईएमएल में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद सकती है। सूत्रों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक हिस्सेदारी की दौड़ में भारत फोर्ज और मेघा इंजीनियरिंग भी शामिल हैं।
बाजार में लगातार जारी तेजी के बीच भी ऐसे स्टॉक्स मौजूद हैं जिनमें 26 प्रतिशत तक बढ़त की उम्मीद जताई गई है। ब्रोकरेज हाउस ने ऐसे ही कुछ स्टॉक्स को लेकर अपनी निवेश सलाह जारी की है।
यह लगातार नौवां महीना है जबकि म्यूचुअल फंड द्वारा शेयरों की बिकवाली की गई है। जून, 2020 से म्यूचुअल फंड शेयरों से लगातार निकासी कर रहे हैं। फरवरी तक उन्होंने कुल 1.24 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है।
सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्य 60,034 करोड़ रुपये बढ़कर 13,81,079 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार मूल्यांकन 41,041 करोड़ रुपये बढ़कर 11,12,305 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत में बिकवाली के जोर पकड़ने से 440 अंक से अधिक नीचे आ गया
मेटल सेक्टर इंडेक्स आज 2 प्रतिशत से ज्यादा टूटा है। वहीं बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स में 1.5 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई। प्राइवेट बैंक इंडेक्स 1.27 प्रतिशत गिरा।
RIL आज 4.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। वहीं एचडीएफसी में 3.43 प्रतिशत और टीसीएस में 1.6 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है।
घरेलू शेयर सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में बुधवार को शुरुआती कारोबार में भी तेजी जारी रही।
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा तेजी ऑटो सेक्टर में देखने को मिली है, इंडेक्स आज 3.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ है। इसके साथ ही आईटी सेक्टर इंडेक्स में भी 3 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज हुई।
घरेलू और वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने पर बंबई शेयर बाजार में मंगलवार को कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 190 अंक से अधिक बढ़कर 50,000 अंक के आंकड़े से ऊपर निकल गया।
शुक्रवार को बीएसई के 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में 1,940 अंक की जबर्दस्त गिरावट आई। यह सेंसेक्स में करीब 10 माह में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। बीते हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी 3 प्रतिशत से अधिक टूट गए हैं।
आंकड़ों के अनुसार 1 से 26 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 25,787 करोड़ रुपये डाले, लेकिन उन्होंने ऋण या बांड बाजार से 2,124 करोड़ रुपये की निकासी भी की।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लि., एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एसबीआई और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
भारतीय शेयर बाजार की शुक्रवार के दिन बेहद खराब शुरुआत हुई। सप्ताह के आखिरी दिन शेयर बाजार खुलते ही धड़ाम हो गया।
रिलायंस इंडस्ट्री में आज तेज खरीदारी देखने को मिली और स्टॉक 3.84 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। आरआईएल में बढ़त का प्रमुख इंडेक्स को फायदा मिला। इसके साथ ही आज के कारोबार में सबसे ज्यादा बढ़त मेटल सेक्टर में देखने को मिली।
निफ्टी कारोबार के लिए दिए गए अतिरिक्त समय में 15 हजार का स्तर पार कर गया है। दूसरी तरफ सेंसेक्स में भी 11 सौ अंक से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है।
वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेत के बावजूद बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में खरीदारी के बल पर 200 अंक चढ़ गया।
आज के कारोबार में सेंसेक्स अपने ऊपरी स्तरों से 576 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ है। निफ्टी में शामिल 34 स्टॉक्स आज बढ़त के साथ बंद हुए हैं। इसमें से भी 13 स्टॉक्स में 2 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी रही है।
वित्त वर्ष 2020 में कंपनी का टर्नओवर 745 करोड़ रुपये से बढ़कर 951 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं मुनाफा 50 करोड़ रुपये से बढ़कर 97 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी क्रॉप प्रोटेक्शन सेक्टर में है।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 1150 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 49723 के निचले स्तरों तक पहुंच गया। वहीं निफ्टी 14667 के निचले स्तरों तक गिरा। आज के कारोबार में मेटल सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर में तेज गिरावट रही है।
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