सोमवार को सबसे ज्यादा गिरावट मेटल सेक्टर में दर्ज हुई है। इंडेक्स 3.5 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं ऑटो सेक्टर इंडेक्स में 3.22 फीसदी की गिरावट रही। एनर्जी सेक्टर में 1.93 फीसदी, रियल्टी सेक्टर में 1.89 फीसदी, बैंकिग सेक्टर में 1.65 फीसदी, फार्मा सेक्टर में 1.47 फीसदी और आईटी सेक्टर में 1.2 फीसदी की गिरावट रही है।
इस सप्ताह कोटक महिंद्रा बैंक, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, बैंक ऑफ बड़ौदा, मारुति सुजुकी इंडिया, इंडसइंड बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणाम जारी होने वाले हैं।
आंकड़ों के अनुसार एक से 23 अक्टूबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 15,642 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान ऋण या बांड बाजार में उन्होंने 2,107 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 17,749 करोड़ रुपये रहा। सितंबर में एफपीआई ने 3,419 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी।
शुक्रवार के कारोबार में सेंसेक्स 127 अंक की बढ़त के साथ 40685 के स्तर पर और निफ्टी 34 अंक की बढ़त के साथ 11930 के स्तर पर बंद हुआ है। आज बाजार में लगातार दूसरे दिन बढ़त दर्ज की गई है। वहीं ऑटो सेक्टर इंडेक्स में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली है।
निफ्टी में शामिल 28 स्टॉक आज गिरावट के साथ बंद हुए हैं। वहीं दिग्गज शेयरों में शामिल रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.6 फीसदी, टीसीएस 0.09 फीसदी, एचडीएफसी बैंक 1.18 फीसदी, और इंफोसिस 1.33 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
बुधवार के कारोबार में रियल्टी सेक्टर इंडेक्स 4.36 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। वहीं मेटल सेक्टर इंडेक्स में 2.23 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। निफ्टी में शामिल 30 स्टॉक आज बढ़त के साथ बंद हुए हैं। इसमें से 8 स्टॉक्स में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी रही।
मंगलवार के कारोबार में सेंसेक्स 113 अंक की बढ़त के साथ 40544 के स्तर पर और निफ्टी 24 अंक की बढ़त के साथ 11897 के स्तर पर बंद हुआ है। पिछले 14 दिनों में बाजार 13 दिन बढ़त के साथ बंद हुआ। आज के कारोबार में रियल्टी सेक्टर में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली है।
आज के कारोबार में सेंसेक्स 449 अंक की बढ़त के साथ 40432 के स्तर पर और निफ्टी 111 अंक की बढ़त के साथ 11873 के स्तर पर बंद हुआ है। बैंकिंग सेक्टर में सबसे ज्यादा बढ़त सरकारी बैंकों में देखने को मिली है।
अगस्त में पी-नोट्स के जरिये निवेश का आंकड़ा 74,027 करोड़ रुपये के दस माह के उच्चस्तर पर पहुंचा था। जुलाई में पी-नोट्स के जरिये निवेश 63,228 करोड़ रुपये, जून में 62,138 करोड़ रुपये, मई में 60,027 करोड़ रुपये और अप्रैल में 57,100 करोड़ रुपये रहा था।
घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों, कोविड-19 से जुड़े घटनाक्रमों तथा वैश्विक रुख से तय होगी।
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा मेटल सेक्टर में तेजी देखने को मिली है। वहीं बड़े स्टॉक्स के मुकाबले मिड कैप और स्मॉलकैप में आज ज्यादा बढ़त दर्ज हुई। पिछले 12 कारोबारी सत्र में बाजार 11 सत्र में बढ़त के साथ बंद हुआ है।
गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स 1066 अंक की गिरावट के साथ 39728 के स्तर पर और निफ्टी 291 अंक की गिरावट के साथ 11680 के स्तर पर बंद हुआ है। शेयर बाजार में आज चौतरफा गिरावट देखने को मिली है। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिला है।
बुधवार के कारोबार में सेसेक्स 169 अंक की बढ़त के साथ 40795 के स्तर पर और निफ्टी 37 अंक की बढ़त के साथ 11971 के स्तर पर बंद हुआ है। आज के कारोबार में सेंसेक्स अपने निचले स्तरों से 514 अंक सुधर कर बंद हुआ है
सेंसेक्स 84 अंक की बढ़त के साथ 40594 के स्तर पर और निफ्टी 17 अंक की बढ़त के साथ 11931 के स्तर पर बंद हुआ। आज सबसे ज्यादा गिरावट सरकारी बैंकों में देखने को मिली है।
एफपीआई ने इस अवधि के दौरान शेयर बाजार में 5,245 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि उन्होंने बांड बाजार से 4,159 करोड़ रुपये निकाले। इस तरह उन्होंने 1,086 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
शेयर बाजार में पिछले सप्ताह देखी गई तेजी के निकट भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है।
सेंसेक्स 327 अंक की बढ़त के साथ 40509 के स्तर पर और निफ्टी 80 अंक की बढ़त के साथ 11914 के स्तर पर बंद हुआ है। आज सबसे ज्यादा बढ़त सरकारी बैंकों में देखने को मिली है।
गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स 304 अंक की बढ़त के साथ 40183 के स्तर पर और निफ्टी 96 अंक की बढ़त के साथ 11835 के स्तर पर बंद हुआ है। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा बढ़त आईटी सेक्टर में देखने को मिली।
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, ऋण भुगतान पर रोक से जुड़े घटनाक्रमों तथा वैश्विक रुख से तय होगी।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,45,194.57 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
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