शानदर रिजल्ट के दम पर एचडीएफसी बैंक के शेयर में करीब 1.30 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 28 शेयरों में तेजी और सिर्फ 2 में गिरावट देखने को मिल रही है।
यूं तो विदेशी निवेशक 2022 की शुरुआत से ही भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे थे। लेकिन यह बिकवाली साल खत्म होते होते थमी और एफपीआई की खरीदारी की खबरें भी आने लगीं।
एनएसई निफ्टी भी 61.15 अंक लुढ़ककर 17,797.05 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल बैंकिंग, आईटी और एफएमसीजी स्टॉक्स में बिकवाली देखने को मिल रही है।
शेयर्स में पैसे डालने के लिए आपको उस कंपनी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी होनी चाहिए, जो नए नए इन्वेस्टर्स के पास अमूमन कम होती है।
गुरुवार को वीकली एक्सपाइरी के दिन शेयर बाजार के दोनों सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी गिरकर बंद हुए थे। बाजार में सबसे ज्यादा निराशाजनक प्रदर्शन बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व जैसे हैवीवेट शेयरों का रहा था।
आज के कारोबार में बजाज फाइनेंस में 7% और बजाज फिनसर्व में 5% की गिरावट आई जिसके बाद आईसीआईसीआई बैंक ने आज के कारोबार में 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की।
भारतीय बाजार में यह गिरावट वैश्विक बाजार में बिकवाली के दबाव में आई है। आज मार्केट में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है।
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी ने कमजोरी के साथ कारोबार बंद किया।
साल के आखिरी कारोबारी दिन मार्केट धड़ाम से नीचे आ गिरा था। सेंसेक्स में 300 अंकों की गिरावट आई थी। निफ्टी भी बुरे हाल में बिजनेस कर रहा था। आज मार्केट खुल गया है।
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों का रुझान मिला-जुला देखने को मिल रहा है। दिसंबर महीने में भी काफी अच्छा निवेश आया है।
कल सेंसेक्स 223.60 अंक की बढ़त के साथ 61,133.88 अंक पर बंद हुआ था। हालांकि, कल पूरा दिन बाजार नुकसान में होता दिखाई दिया था।
भारतीय बाजार में गिरावट के पीछे विदेशी बाजारों की कमजोरी को माना जा रहा है। बुधवार को अधिकांश अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं आज सुबह एशियाई बाजारों में भी कमजोरी दिखाई दी है।
एफपीआई की पूंजी निकासी के लिहाज से यह सबसे खराब वर्ष रहा। इससे पहले, उन्होंने लगातार तीन साल तक पूंजी लगायी थी।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स मामूली 17.15 अंक गिरकर 60,910.28 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी पर भी दबाव देखने को मिला।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि बाजार में बड़ी गिरावट आने से नीचे स्तर से खरीदारी लौटी है। कई अच्छी कंपनी के शेयर ठीक वैल्यूएशन पर मिल रहे हैं।
कल शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई थी। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में उछाल देखा गया था। कल कई शेयर फायदे में रहे थे तो वहीं कुछ निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा था।
पिछले सप्ताह सेंसेक्स 1,492.52 अंक या 2.43 प्रतिशत टूटा, जबकि निफ्टी में 462.20 अंक या 2.52 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इस हफ्ते भी मार्केट में अस्थिरता का अनुमान लगाया जा रहा है।
संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने से शुक्रवार को एशियाई बाजारों में गिरावट का रुख रहा। वहीं स्थानीय बाजार भी इससे अछूते नहीं रहे। देश के दोनों प्रमुख सूचकांकों में गिरावट का यह लगातार चौथा दिन रहा।
अमेरिकी बाजार की बात करे तो बुधवार को डॉओ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 526.74 अंक या 1.6 प्रतिशत बढ़कर 33,376.48 पर, एसएंडपी 500 56.82 अंक या 1.49 प्रतिशत बढ़कर 3,878.44 पर और नैस्डैक कंपोजिट 162.26 अंक या 1.54 प्रतिशत बढ़कर 10,709.37 पर पहुंच गया।
सेबी की प्रमुख माधवी पुरी बुच ने बैठक के बाद कहा कि नियामक ने शेयर बाजार से शेयर पुनर्खरीद के तरीके में पक्षपात की आशंका को देखते हुए अब निविदा प्रस्ताव मार्ग को वरीयता देने का फैसला किया है।
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