एसबीआई ने आरआईएनएल को काफी कर्ज दिया हुआ है। सूत्रों ने कहा, "सरकार इस मुद्दे का स्थायी समाधान निकालना चाहती है। जिन विकल्पों पर चर्चा की जा रही है उनमें से एक विकल्प आरआईएनएल का सेल के साथ मर्ज करना भी है।"
कुमारस्वामी ने कहा कि वह राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड में जान फूंकने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसे अपने विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ विभिन्न दलों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
लू तिमाही में मांग में क्रमिक रूप से कुछ कमी आ सकती है क्योंकि यह मॉनसून से जुड़ी मौसमी स्थिति है, जिसके बाद सरकारी पूंजीगत व्यय में बैक-एंडेड वृद्धि हो सकती है।
एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 737.58 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था। कंपनी की कुल इनकम 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में 10,227.20 करोड़ रुपये से घटकर 9,480.50 करोड़ रुपये रह गई।
यह कदम उपभोक्ता सुरक्षा तथा उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने आईएसआई मार्क को जरूरी कर दिया है।
भारत और यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में इस मुद्दे पर द्विपक्षीय वार्ता की थी, लेकिन दोनों पक्षों के बीच आम सहमति नहीं बन सकी।
जेएसडब्ल्यू स्टील का लक्ष्य भारत में मैग्श्योर को पेश करने के एक वर्ष के भीतर इस कोटेड खंड में 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करना है।
कंपनी के प्रमोटर हरीश गंगाराम अग्रवाल, दिनेश गंगाराम अग्रवाल और अक्षिता हरीश अग्रवाल पर तीन-तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है।
ED की ओर से भूषण स्टील पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने 325 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।
Vibhor Steel IPO: विभोर स्टील ट्यूब्स का आईपीओ 13 फरवरी से निवेशकों के लिए खुलेगा। इसका लॉट साइज 99 शेयरों का है।
देश के स्टील मैन्यूफैक्चरर्स का कहना है कि भारत में स्टील की डंपिंग से कंपनियों की लाभप्रदता और स्टील इंडस्ट्री की निवेश योजनाओं को नुकसान पहुंच सकता है। उन्हें उम्मीद है कि सरकार बढ़ते आयात को रोकने के लिए बजट में कुछ कदम उठाएगी।
‘इंडियाज स्टील एंड कोकिंग कोल डिमांड 2030’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया कि सर्वोत्तम स्थिति में यह 2030 तक 23 करोड़ टन तक भी पहुंच सकती है। मांग को वाहन और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों द्वारा भी बढ़ावा दिया जाएगा। जनसंख्या वृद्धि, बढ़ते शहरीकरण, विभिन्न सरकारी पहल आदि इसके प्रमुख कारक होंगे।
Steel Industry in India: भारत में स्टेनलेस स्टील की खपत पिछले साल के मुकाबले तकरीबन 10% बढ़ी है। भारतीय स्टेनलेस स्टील विकास संस्थान की रिपोर्ट में कई जानकारी सामने आई है।
भारतीय इस्पात क्षमता वर्ष 2014-15 में 10.98 करोड़ टन से 46 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 16.03 करोड़ टन हो गई है।
चिलचिलाती गर्मी में सिर को ठंडा रखने के लिए मार्केट में कई हेलमेट्स उपलब्ध हैं। इनमें बेस्ट 2 इन 1 हेलमेट स्टीलबर्ड कंपनी की है। इससे दोनों ही मौसम में यूज कर सकते हैं। खासकर गर्मियों के मौसम में वातानुकूल गैजेट को बनाया गया है। इससे सिर को हमेशा ठंडा रख सकते हैं।
इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्यसभा में कहा कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश बन गया है।
घरेलू स्टील की कीमत भी बढ़ रही है। दूसरी ओर विदेशी बाजारों में स्टील की कीमतें काफी कम है। इसका सीधा नुकसान भारतीय कंपनियों, ग्राहकों और स्टील एक्सपोटर्स को हो रहा था।
इस्पात की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर रियल एस्टेट और आवास, बुनियादी ढांचे तथा निर्माण, वाहन और उपभोक्ता वस्तुओं जैसे उद्योगों पर पड़ता है।
भारत की पहली स्टील की सड़क गुजरात के सूरत में बन गई है। एक किलोमीटर लंबी स्टील की यह सड़क बहुत खास है। यह सड़क छह लेन की है।
Big Relief : रोलिंग मिलों को एक जुलाई, 2022 से 31 मार्च, 2023 तक की अवधि में उपभोग की गई बिजली की मात्रा पर देय ऊर्जा प्रभार में 24 प्रतिशत की छूट
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