नकदी संकट से जूझ रहने लोगों के लिए राहत की खबर है। अब छोटी राशी के लिए आपको लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। tailmill.com कैश आपके घर डिलिवर करवा देगा।
देश में पहली बार राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर नीति का मसौदा जारी किया है। इसका लक्ष्य वैश्विक बाजार में भारतीय सॉफ्टवेयर उत्पादों की 10 गुना हिस्सेदारी बढ़ाना है।
सेबी ने स्टार्ट-अप कंपनियों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एंजल निवेश के नियमों में ढील दी है। निवेशक अब पांच साल तक पुरानी इकाइयों में पूंजी लगा सकेंगे।
भारत में वर्ष 2020 तक देश में इस तरह के स्टार्टअप की संख्या 2.2 गुणा बढ़कर 10,500 तक पहुंचने की उम्मीद है। नैस्कॉम की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
रेलयात्री डॉट इन ने अपने मौजूदा निवेशकों इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी, हेलियन वेंचर्स, ओमिद्यार पार्टनर्स और ब्लूमे वेंचर्स से नई फंडिंग जुटाई है।
फंड की समस्या से जूझ रही भारतीय स्टार्टअप्स इंडस्ट्री में 2016 की शुरुआत से ही विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
अमेरिकन टेक्नोलॉजी दिग्गज एप्पल इंक (Apple) ने हैदराबाद स्थित आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस स्टार्टअप टपलजंप का अधिग्रहण किया है।
फ्यूचर ग्रुप के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) किशोर बियानी ने कहा कि स्टार्टअप की स्थिति निराशाजनक है और उनमें से 90 फीसदी में कुछ नहीं होने जा रहा।
सात भारतीय स्टार्टअप्स की वैल्यूएशन एक अरब डॉलर है। देश में कम से कम 50 ऐसे सूनीकॉर्न (क्षमतावान स्टार्टअप) हैं, जिनमें यूनीकॉर्न बनने की क्षमता है।
भारतीय स्टार्टअप्स पिछले कुछ सालों से निवेशकों से मिले पैसे पर खूब तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। एंटरप्रेन्योर्स का एक ग्रुप फंड के लिए संघर्ष कर रहा है!
एसोचैम और थॉट आर्बिटरेज रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनिया में प्रौद्योगिकी केंद्रित स्टार्टअप का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र है।
जीएसटी से सभी तरह और आकार के उद्योगों को फायदा होगा, स्टार्टअप्स भी अपने लिए आगे अच्छा समय आने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
व्यक्तिगत ऋण (पर्सनल लोन) देने वाली स्टार्टअप कंपनी EarlySalary.Com का इरादा आने वाले महीनों में 50 से 60 लाख डालर जुटाने का है।
भारत छोटा उद्यम शुरू करने वाला दूसरी बड़ी ताकत है। छोटे उद्यम शुरू करने के मामले में भारत दुनिया का सबसे युवा देश है जहां ऐसे 72 प्रतिशत लोगों की उम्र 35 साल से कम है।
भारत में एंट्रप्रेन्योरशिप के बारे में एक कठोर सत्य सामने आया है। पिछले दो सालों में 40 फीसदी से ज्यादा स्टार्टअप्स अपनी दुकानें बंद कर चुके हैं।
स्टार्टअप को IPR का लाभ उठाने के लिए अब मात्र एक मान्यता प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी। स्टार्टअप को अब डीआईपीपी से प्रमाणपत्र लेने की जरूरत होगी।
स्टार्टअप इंडिया राज्यों का सम्मेलन आज नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग आज एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।
निवेश कंपनी राइज इंडिया ने घर पर ट्यूशन पढ़ाने की सुविधा प्रदान करने वाले पोर्टल पढ़ोपढ़ाओ डॉट काम में 1.5 करोड़ रुपए में 60 फीसद हिस्सेदारी खरीदी है।
सरकार ने स्टार्टअप के लिए 10,000 करोड़ रुपए के फंड को मंजूरी दे दी। इस कोष का इस्तेमाल स्टार्ट अप की मदद के लिए किया जाएगा।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टार्टअप को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए 200 करोड़ रुपए के कोष की स्थापना की है।
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