टाटा मोटर्स की दो गाड़ियों को एडल्ट और चाइल्ड दोनों कैटेगरी में फाइव स्टार सुरक्षा रेटिंग प्रदान की गई है। इससे पहले इंटरनेशनल क्रैश टेस्ट एजेंसी ग्लोबल एनसीएपी ने भी इन दोनों कारों को 5 स्टार रेटिंग दी थी।
उषा इंटरनेशनल के सीईओ दिनेश छाबड़ा ने कहा कि स्टार रेटिंग वाले पंखों के इस्तेमाल से ग्राहकों को बिजली का बिल कम करने में मदद मिलेगी।
स्टार रेटिंग के नियम बदलने से सबसे पहला झटका एसी के ग्राहकों को लगेगा, हालांकि फ्रिज के लिए स्टार रेटिंग के नियम अगले साल से लागू होंगे।
डकरी ने ट्वीट किया कि ‘भारत नया कार आकलन कार्यक्रम’ (भारत एनकैप) देश में ग्राहकों को स्टार-रेटिंग के आधार पर सुरक्षित कार चुनने का विकल्प देगा।
देश में इलेक्ट्रिक उत्पादों पर स्टार रेटिंग देने वाली संस्था ब्यूरो आफ एनर्जी एफिशिएंसी यानि बीईई नियमों में बदलाव करने जा रही है।
एसी की स्टार रेटिंग प्रणाली ऊर्जा दक्षता को दर्शाती है। साथ ही कूलिंग क्षमता को भी बताती है।
बड़े पैमाने पर घरों एवं अन्य जगहों पर उपयोग हो रहे एलईडी लैंप अब ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के बिजली बचत का कार्यक्रम ‘स्टार लेबलिंग’ के अंतर्गत अनिवार्य श्रेणी में आ गया है।
सरकार अब एलईडी बल्ब को भी अनिवार्य रूप से स्टार लेबलिंग कार्यक्रम के दायरे में लाने की तैयारी कर रही है। अगले साल जनवरी से इसे लागू किया जा सकता है।
सरकार की तरफ से कहा गया है कि 5 स्टार होटल हो या उससे निचले दर्जे का, ठहरने वाले कमरे पर एक दिन का कुल खर्च 7,500 रुपए से कम है तो उसपर 18% ही GST लगेगा
माइलेज के आधार पर कार का चुनाव करने के लिए अब आपको कंपनी के दावे पर निर्भर रहने की जरूर नहीं होगी। जल्द ही माइलेज बताने के लिए स्टार रेटिंग शुरू होगी।
लेटेस्ट न्यूज़