सियाम के अनुसार, श्रीलंका भारतीय ऑटोमोबाइल के लिए बड़ा निर्यात बाजार है। श्रीलंका की आर्थिक समस्याओं में फंसने के कारण भारत से होने वाले ऑटो निर्यात पर असर पड़ा है और मांग में भारी कमी आई है।
कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड (Colombo West International Terminal Pvt Ltd) अदानी ग्रुप का ज्वाइंट वेंचर है जिसमें अदानी पोर्ट्स, श्रीलंका का अग्रणी एंटरप्राइज जॉन कील्स होल्डिंग्स (John Keells Holdings) और श्रीलंका पोर्ट्स अथॉरिटी (Sri Lanka Ports Authority) शामिल है।
उपयोग की अनुमति मिलने से भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को बार-बार मुद्रा बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
श्रीलंका के राज्य मंत्री ने बताया, श्रीलंका के मुश्किल दिनों में भारत ने दवा और ईंधन सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए उसके देश को कर्ज दिया था।
कर्ज में डूबे श्रीलंका को आर्थिक संकट से उबारने और अन्य विकास साझेदारों से वित्तीय मदद हासिल करने के लिए आईएमएफ ने तीन अरब डॉलर के राहत कार्यक्रम को मंजूरी दी है।
कर्ज से दबे इस देश को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 2.9 अरब डॉलर का राहत पैकेज मिलने का रास्ता साफ हो गया है
अडानी समूह कोलंबो हार्बर में एक चीनी-संचालित टर्मिनल के ठीक बगल में 1.4 किलोमीटर, 20 मीटर गहरी जेट्टी का निर्माण कर रही है।
विक्रमसिंघे ने भरोसा जताया कि यदि वार्ता आगे बढ़ती है तो श्रीलंका ''व्यवस्थित ढंग से'' आगे बढ़ेगा और अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट से उबरने में सफल रहेगा।
IMF ने गत एक सितंबर को श्रीलंका को 2.9 अरब डॉलर का कर्ज देने की घोषणा की थी।
Sri Lanka में महंगाई से भोजन, दवा और ईंधन जैसी बुनियादी आवश्यक चीजों की कमी पैदा हो गई है।
श्रीलंका स्थित स्वतंत्र शोध संस्थान वेराइट रिसर्च ने कहा है कि श्रीलंका को कर्ज देने में एडीबी सबसे बड़ा बहुपक्षीय संस्थान रहा है।
विस्तारित कोष सुविधा (EFF) में श्रीलंका को 48 महीने की अवधि के दौरान 2.9 अरब डॉलर दिए जाएंगे।
1979 में एयर लंका के रूप में गठित एयरलाइन को 1998 में अमीरात के प्रबंधन नियंत्रण के तहत श्रीलंकन एयरलाइंस का नाम दिया गया था।
Sri Lanka ने तत्काल प्रभाव से 300 उपभोक्ता वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें Chocolate, Perfume और Shampoo जैसी उपभोक्ता वस्तुएं शामिल हैं।
श्रीलंका (Sri Lanka) अभूतपूर्व आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहा है, जिसके कारण वहां ईंधन (Fuel) और अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई है।
आईएमएफ ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मुद्राकोष के अधिकारी 24-31 अगस्त को कोलंबो के दौरे पर जाएंगे जहां वे श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ आर्थिक और वित्तीय सुधारों एवं नीतियों के बारे में चर्चा करेंगे।’
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने ऐसी आशंका जताई है कि देश को अभी एक साल तक इस मु्श्किल दौर का सामना करना पड़ सकता है।
Sri Lanka में जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए भी समुचित विदेश मुद्रा नहीं होने से हालात काफी खराब हो चुके हैं।
श्रीलंका, लेबनान, Russia, सूरीनाम और जाम्बिया पहले से ही Default कर चुके हैं, बेलारूस Economic crisis की कगार पर है, वहीं कम से कम एक दर्जन देशों पर दिवालिया होने का खतरा मंडरा रहा है।
आखिर, क्या वजह रही है कि नीले समुद्र के बीच, हरे-भरे पेड़-पौधों से सजा खूबसूरत यह देश बर्बाद हो गया है जबकि कुछ साल पहले तक यह वैश्विक पर्यटकों के लिए जन्नत था।
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