रूस की सिंगल खुराक COVID-19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट के तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल डेटा नियामक को प्रस्तुत कर दिया गया है और अनुमोदन की प्रतीक्षा कर रहा है।
डॉ रेड्डीज स्पुतनिक वी की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार के साथ चर्चा करने की कोशिश कर रही है।
अब तक देश में टीके की 70 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं। इसमें से 10 करोड़ खुराकें बीते 13 दिन में ही दी गयी हैं। देश में अब तक 16 करोड़ लोगों से ज्यादा का वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है।
अलग अलग कंपनियों के साथ करार के तहत देश में 30 करोड़ से ज्यादा स्पूतनिक वैक्सीन के उत्पादन का लक्ष्य है। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट में वैक्सीन का पहला बैच सितंबर में तैयार होगा।
देश में कोरोना की तीसरी वैक्सीन रूस की स्पूतनिक V आज से आम लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है।
डॉ रेड्डीज लेबोटरीज ने शुक्रवार को कहा कि उसने रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन की देश में आपूर्ति को लेकर किसी भी कंपनी के साथ साझेदारी नहीं की है
अगले कुछ हफ्तों में स्पुतनिक लाइट के लिए नियामकीय मंजूरी लेने के लिये आवेदन दायर किए जाने की उम्मीद है और यह भारत में मिलने वाली एकल खुराक वाला टीका बन सकता है।
रुस के निवेश कोष रसियन डारेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और भारत की दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने सोमवार को भारत में स्पुतनिक-वी कोरोना वायरस टीके का उत्पादन शुरू करने की घोषणा की।
स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया। 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया।
डॉ रेड्डीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि हम उनके (आरडीआईएफ) साथ दूसरे देशों के लिए भी मात्रा और अधिकारों, संपत्ति परमिट के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
डॉ रेड्डीज लैब ने शुक्रवार को रूसी वैक्सीन स्पुतनिक को लॉन्च करते हुए इसकी कीमत की घोषणा कर दी है।
कंपनी ने कहा कि स्पूतनिक वी के स्थानीय निर्माण से इसकी कीमत में कमी आएगी।
डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज ने मंगलवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि रूस की कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक वी की पहली खेप मई के अंत तक भारत आ जाएगी।
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने कहा कि भारत में हर साल स्पुतनिक वी वैक्सीन की 85 करोड़ से अधिक खुराक तैयार होंगी।
भारत में रूस की कोरोना वैक्सीन Sputnik V को आपातकालीन इस्तेमान के लिए मंजूरी दे दी गई है। इस वैक्सीन की कीमत कितनी है इस खबर में हम आपको इसकी जानकारी देंगे।
रूस का प्रत्यक्ष निवेश कोष आरडीआईएफ और औषधि कंपनी पैनेसिया बॉयोटेक ने सोमवार को कहा कि वे स्पुतनिक-V कोविड-19 टीके की भारत में सालाना 10 करोड़ खुराक का उत्पादन करने पर सहमत हुए हैं।
इस समय इस वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण बेलारूस, यूएई, वेनेजुएला और अन्य देशों में चल रहा है। आरडीआईएफ ने कहा कि भारत में दूसरे चरण और तीसरे चरण का परीक्षण चल रहा है।
रूसी स्पूतनिक वी वैक्सीन की पहली अंतरराष्ट्रीय खेप ग्राहकों को जनवरी, 2021 में मिलनी शुरू होगी। जिन ग्राहकों ने हाल ही में वैक्सीन के लिए खरीद ऑर्डर दिया है, उन्हें इस वैक्सीन का पहला बैच मार्च, 2021 से मिलना शुरू होगा।
कोरोना वायरस के रोकथाम से जुड़ी रूसी वैक्सीन स्पुतनिक का ट्रायल कर रही भारतीय दवा कंपनी डॉ.रेड्डीज़ हैकर्स के निशाने पर आ गई है।
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