दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी आर्सेलरमित्तल ने कर्नाटक में अपनी 60 लाख टन की इस्पात परियोजनाओं के लिए आवंटित जमीन पर सौर फार्म लगाने की योजना बनाई है।
भारत में पहली पवन ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए आयोजित नीलामी में पवन ऊर्जा की दर 3.46 रुपए प्रति यूनिट के रिकॉर्ड निम्न स्तर पर पहुंच गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में सौर बिजली क्षमता को दोगुनी करने की मंजूरी मिल गई है।
ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि देश में 34 सौर पार्कों की मंजूरी दी गई है और वर्ष 2022 तक देश में एक लाख मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य है
चीन को झटका देने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। केंद्र सरकार सोलर पैनल की खरीद को कम करने पर विचार कर रही है।
एशियाई विकास बैंक (ADB) छतों पर सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए 50 करोड़ डॉलर का ऋण देगा, ताकि भारत को अक्षय ऊर्जा के विस्तार में मदद मिले।
अगर आपके पास अपना मकान और छत है तो आप ऑनलाइन या फोन कॉल कर अपनी छत पर सोलर मॉड्यूल लगवा सकते है। इसके लिए आपको एक भी पैसा खर्च नहीं करना होगा।
अडानी समूह की इकाई अडानी ग्रीन एनर्जी ने आज राष्ट्र को दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट समर्पित किया।
सौर पैनल मामले में भारत के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) की अपीलीय संस्था ने भारत के खिलाफ दिए गए समिति के फैसले को सही ठहराया है।
सरकार सोलर एनर्जी प्रोग्राम के प्रचार-प्रसार के लिए धर्म गुरुओं को अपना ब्रांड अंबेस्डर बनाएगी और ये सौर ऊर्जा के प्रकाश को पूरी दुनिया में फैलाएंगे।
भारत में अक्षय ऊर्जा संसाधनों के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं इनका दोहन करने के लिए रणनीतिक योजना के साथ-साथ प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता है।
सौर ऊर्जा संयंत्रों में सोलर पैनलों की सफाई के लिए इजरायल की कंपनी इकोपिया ने सोलर रोबोट के जरिए सफाई की नवीन प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया।
जेएनएनएसएम के तहत आने वाली योजनाओं के तहत सौर बिजली संयंत्रों के निर्माताओं को व्यवहार्यता अंतराल कोष (वीजीएफ) जारी होने में देरी टाली जा सके।
तेजी से कम होते टैरिफ, टेक्नोलॉजी में सुधार और पीवी पैनल का दुनियाभर विशेषकर चीन से अत्यधिक आपूर्ति से भारत के सोलर एनर्जी को गति मिल रही है।
SBI ने विश्वबैंक के साथ 62.5 करोड़ डॉलर के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिससे देश में छत पर ग्रिड से जुड़े सौर उर्जा कार्यक्रम को तेजी से बढ़ाने में सहयोग किया जाएगा।
वर्ल्ड बैंक ने भारत को सोलर पावर कैपेसिटी बढ़ाने के लिए 1 अरब डॉलर की वित्तीय मदद देने की घेषणा की है।
छत पर सौर उर्जा प्रणालियां लगाने के लिए और सौर उर्जा के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए सरकार ने करीब 16,800 करोड़ रुपए का कोष अलग से रखा है।
जापानी टेलीकम्युनिकेशंस और इंटरनेट सेक्टर की प्रमुख कंपनी सॉफ्टबैंक ने कहा कि देश में उसका निवेश 5-10 साल में 10 अरब डॉलर से अधिक हो सकता है।
भारत ने सौर उर्जा संयंत्रों को स्थापित करने के क्रम में छह वर्षों से कम समय में 6,000 मेगावाट सौर उर्जा क्षमता स्थापित की है।
विश्वबैंक ने स्वच्छ उर्जा उत्पादन के लिए भारत के सौर परियोजना कार्यक्रम को सहायता देने के लिये 62.5 करोड़ डॉलर के ऋण को मंजूरी दी है।
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