ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि इस बार छोटी बचत योजनाओं पर भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय आम लोगों को राहत देने के लिए बचत पर ब्याज बढ़ाना जरूरी है। कोरोना के बाद घटी आय के बीच उपभोक्ता आसमान छूती महंगाई से परेशान हैं।
वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा, विभिन्न लघु बचत योजनाओं के लिये 2022-23 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
वित्त मंत्रालय द्वारा पहली तिमाही के लिए ब्याज दरों पर अंतिम निर्णय गुरुवार तक लिया जाएगा।
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर तिमाही के आधार पर जारी की जाती है। ब्याज में कोई बदलाव न होने से स्मॉल सेविंग्स स्कीम बैंक एफडी से बेहतर रिटर्न ऑफर कर रही हैं
ब्याज दरों के यथावत रहने से लोगों को जुलाई-सितंबर तिमाही में लघु बचत पर 4 प्रतिशत ब्याज मिलना जारी रहेगा।
सरकार ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले 1 अप्रैल से स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर इंट्रेस्ट रेट में कटौती का ऐलान वापस ले लिया गया था।
वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती के फैसले को वापस लेने तथा पुरानी दरों को बनाये रखने के लिये औपचारिक आदेश जारी किया।
सीतारमण ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार की लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी, जो 2020-2021 की अंतिम तिमाही में थी
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana:SSY), राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificate: NSC), 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपोजिट और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), किसान विकास पत्र (KVP) और तमाम पोस्ट ऑफिस बचत योजनाओं का संचालन कर रही है।
न्यूनतम 1000 रुपये के साथ किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) एकाउंट को खोला जा सकता है और इसके बाद 100 रुपये के गुणांक में निवेश बढ़ाया जा सकता है। इसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
आज हम यहां सरकार की नौ लघु बचत योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें निवेश से आप गारंटीड रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (एमआईएस) आपको हर महीने कमाई का मौका देती है। अगर आप कम जोखिम के साथ निवेश कर मोटी रकम जोड़ना चाहते हैं तो ये स्कीम एक बेहतर विकल्प हो सकती है।
जिन लोगों की आय कम है, उनके लिए LIC की माइक्रो इंश्योरेंस प्लान (Micro Insurance Plan) काफी फायदेमंद है। यह सुरक्षा और बचत का एक अच्छा मिश्रण है।
सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 की शुरुआत से ही PPF, NSC, SCSS, KVP तथा सुकन्या समृद्धि योजना सहित तमाम लघु बचत योजनाओं पर दिए जाने वाले ब्याज की दर में भारी कटौती की है।
डाक विभाग ने पीपीएफ समेत सभी लघु बचत योजनाओं की पहुंच ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटियों को बचाने और पढ़ाने वाली महत्वाकांक्षी योजना सुकन्या समृद्धि योजना पर भी ब्याज की दर को घटा दिया गया है।
2020-21 की पहली तिमाही पीपीएफ पर ब्याज 7.1 प्रतिशत होगा
लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर संशोधित किया जाता है।
वर्तमान में लगभग 12 लाख करोड़ रुपए लघु बचत योजनाओं में और करीब 114 लाख करोड़ रुपए बैंक जमा के रूप में हैं। बैंकों की देनदारी इन 12 लाख करोड़ रुपए से प्रभावित हो रही है।
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