पिछले 15 महीने में SIP से हर महीने 8000 करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश
शेयर बाजारों में म्यूचुअल फंड निवेश साल के पहले 10 महीनों में आधा घटकर 55,700 करोड़ रुपए रहा। इसका कारण खुदरा निवेशकों की म्यूचुअल फंड में भागीदारी का कम होना है।
म्यूचुअल फंड उद्योग में कुल 44 कंपनियां काम कर रही हैं। इक्विटी कोषों में निवेश के लिए ये कंपनियां मुख्य रूप से एसआईपी पर निर्भर करती हैं।
क्लीयर टैक्स के संस्थापक और सीईओ अर्चित गुप्ता यहां ऐसे पांच कारण बता रहे हैं कि आपको टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड (ईएलएसएस) में निवेश करने पर विचार क्यों करना चाहिए।
सही ईएलएसएस का चयन करना महत्वपूर्ण है और इसके लिए सही रास्ता यह है कि आपको एक वित्तीय सलाहकार की मदद लेनी चाहिए।
रिटेल इन्वेस्टर म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए तेजी से सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) का रास्ता अपना रहे हैं। अगस्त में सिप के जरिये म्यूचुअल फंड उद्योग ने 7,600 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
अब आपको म्यूचुअल फंडों में निवेश करने के लिए किसी वेबसाइट या एजेंट की जरूरत नहीं रह गई है। आप फेसबुक मैसेंजर के जरिए भी म्यूचुअल फंडों में निवेश कर सकते हैं। भारत की प्रमुख स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी एचडीएफसी सिक्योरिटीज एशिया पैसिफिक क्षेत्र में फेसबुक मैसेंजर पर अपने वर्चुअल असिस्टेंट आर्या के माध्यम से म्यूचुअल फंड ट्रांजैक्शन शुरू करने वाला पहला ब्रोकर बन गया है।
म्यूचुअल फंडों के प्रति निवेशकों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। यह बात इस आंकड़े से साबित हो जाती है कि अप्रैल-मई के दौरान निवेशकों ने म्यूचुअल फंडों में 24,479 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
खुदरा निवेशक म्यूचुअल फंडों में निवेश के लिए सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (सिप) को तरजीह दे रहे हैं। इसी वजह से दिसंबर, 2017 में म्यूचुअल फंडों ने 6,200 करोड़ रुपए से अधिक जुटाए हैं।
डायमंड में SIP के लिए खरीदार को ICEX के सदस्य ब्रोकर के पास ट्रेडिंग खाता खुलवाना होगा और उसमें कुछ पैसे जमा करने होंगे।
इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश अप्रैल में चार महीने के उच्चस्तर 9,429 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। खुदरा निवेशकों की भागीदारी से निवेश का प्रवाह बढ़ा है।
सोने में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी है। अब आपको सोने में निवेश के लिए मोटी रकम की जरूरत नहीं होगी। अब आप सिर्फ 300 रुपए भी सोने में निवेश कर सकेंगे।
भारत लगातार तीसरे साल भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश रहा है। पूरी दुनिया में हथियार आयात करने के मामले में भारत की 14 फीसदी हिस्सेदारी रही।
सिप निवेश का एक सरल आइडिया है, यदि आप इसे जटिल बनाते हैं, तो आप अपने रिटर्न को खराब करेंगे। सिप के शॉर्ट और मीडियम टर्म के रिटर्न पर फैसला नहीं लेना चाहिए।
म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करने के यहां दो तरीके हैं। या तो आप एक लंपसम राशि जमा कर सकते हैं या आप सिप का रास्ता अपना सकते हैं।
लेटेस्ट न्यूज़