कारोबारियों का मानना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन पर्यावरण के लिए तो अच्छा कदम है, लेकिन इसका खामियाजा आम उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ेगा।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध को टालने के लिए अब सरकार के सामने घरेलू व्यापारियों के संगठन कैट ने अनुरोध किया है। संगठन का कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का अभी कोई विकल्प नहीं है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध 1 जुलाई 2022 से लागू होगा।
अमूल को प्रतिदिन 10 से 12 लाख प्लास्टिक स्ट्रॉ की जरूरत होती है। पारले के लोकप्रिय ब्रांड में ‘फ्रूटी’ और ‘एप्पी’ शामिल हैं।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने ई-कॉमर्स कंपनियों को उनके प्लैटफार्म से बिकने वाले उत्पादों की पैकेजिंग में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग धीरे-धीरे कम करने का सुझाव दिया है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
सरकार द्वारा दो अक्टूबर से एक बार उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव के साथ प्लास्टिक उद्योग का कहना है कि वह आगे किसी तरह की पहल करने से पहले मामले में स्पष्ट परिभाषा का इंतजार कर रहा है।
सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की खबरों के बीच सबसे ज्यादा फायदा देश की पेपर कंपनियों को होता दिखाई दे रहा है।
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