एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, बुधवार को सोने में थोड़ी गिरावट आई और यह निचले स्तर पर स्थिर हो गया। अमेरिकी चुनाव के बाद, डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में लगातार बढ़ोतरी हुई, जिसका कीमती धातुओं की कीमत पर नकारात्मक असर पड़ा है।
Gold Price Today on 13th November 2024 : घरेलू बाजार में चांदी वायदा बुधवार सुबह 733 रुपये की बढ़त के साथ 90,060 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती दिखी। वहीं, सोना वायदा 75,114 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखाई दिया।
विदेशी बाजारों में कॉमेक्स सोना वायदा 19. 90 डॉलर प्रति औंस या 0. 76 प्रतिशत गिरकर 2,597 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, "राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बीच मंगलवार को सोने में गिरावट जारी रही।
अनुज गुप्ता के अनुसार, दिसंबर तक सोने के की कीमत में 3000 से 4000 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आ सकती है। वहीं, चांदी की बात करें तो चांदी की कीमत में 5000 से 6000 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट देखने को मिल सकती है।
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच वायदा कारोबार में सोमवार को सोने की कीमत 531 रुपये की गिरावट के साथ 76,741 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने कहा कि शादी के त्योहारों के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की ताजा खरीदारी के बीच कीमती धातुओं के दाम में उछाल देखने को मिला। व्यापारियों ने कहा कि शादी के मौसम के लिए स्थानीय आभूषण कारोबारियों की मांग बढ़ गई है।
व्यापारियों ने कहा कि कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण विदेशों में कमजोर रुख के बीच स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग है। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की तरफ से कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत भी गिर गई है।
Gold Price Today on 7th November 2024 : चांदी की घरेलू वायदा कीमतों में भी गुरुवार सुबह गिरावट देखने को मिली हैं। एमसीएक्स एक्सचेंज पर शुरुआती कारोबार में 5 दिसंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 0.25 फीसदी या 230 रुपये की गिरावट के साथ 90,590 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती दिखाई दी।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च ऐनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘अमेरिकी चुनाव के नतीजों से डॉलर इंडेक्स में मजबूती आने के कारण सोने की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिसमें 78,500 रुपये और 77,500 रुपये के बीच तेजी से उतार-चढ़ाव आया।’’
मंगलवार को सोने के साथ ही चांदी की कीमत भी 1800 रुपये के उछाल के साथ 96,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। जबकि सोमवार को चांदी की कीमत 4600 रुपये की बड़ी गिरावट के बाद 94,900 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुई थी।
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत भी बिकवाली के दबाव में रही और ये 95,000 से नीचे आ गई। आज चांदी की कीमत 4600 रुपये की जोरदार गिरावट के साथ 94,900 रुपये प्रति किलो पर आ गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में गुरुवार को एक किलो चांदी का भाव 99,500 रुपये पर बंद हुआ था।
एलकेपी सिक्योरिटीज में जिंस और मुद्रा शोध के उपाध्यक्ष जतिन त्रिवेदी ने बताया, संवत 2081 में सोने के लिए संभावनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं। हमें उम्मीद है कि कम से कम 10 प्रतिशत की तेजी तो रहेगी और अगर आयात शुल्क में कटौती से खरीदारी में तेजी जारी रहती है तो सोना 15-18 प्रतिशत तक महंगा हो सकता है।
आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की ओर से धनतेरस की भारी मांग और औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से बढ़ती मांग के चलते सोने और चांदी की कीमतों में मजबूती देखने को मिली।
धनतेरस और दिवाली नया निवेश शुरू करने के लिए शुभ माना जाता है। अगर आप भी किसी एसेट क्लास में पैसा लगाना चाहते हैं तो अपने फाइनेंशियल गोल के अनुसार ही निवेश करें।
वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में जारी भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अस्थिरता का जोखिम भी निवेशकों को चांदी जैसी कीमती धातुओं की ओर आकर्षित कर रहा है।
99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 350 रुपये गिरकर 80,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि पिछले बंद भाव 80,800 रुपये था। वहीं, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,150 रुपये गिरकर 80,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि गुरुवार को यह 81,200 रुपये पर बंद हुआ था।
आभूषण विक्रेताओं की कमजोर मांग और औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की कमजोर उठान के चलते सोने और चांदी की कीमत में गिरावट आई।
जुलाई में, सरकार द्वारा सोने और अन्य धातुओं पर मूल सीमा शुल्क में कटौती के बाद स्थानीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में 7 प्रतिशत की तेज गिरावट आई। हालांकि, भारतीय उपभोक्ताओं की मांग बढ़ने से सर्राफा की कीमतों में तेजी जारी है।
बाजार प्रतिभागी ब्याज दरों, वैश्विक संघर्षों और व्यापक आर्थिक आंकड़ों में किसी भी घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखेंगे, क्योंकि ये कारक सोने की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सर्राफा व्यापारियों ने सोने की कीमतों में उछाल का श्रेय त्योहारी और शादी-ब्याह के मौसम में बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की खरीदारी में तेजी को दिया, जिससे पीली धातु की कीमतों में तेजी को समर्थन मिला।
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