सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक घरेलू हाजिर बाजार में स्थानीय ज्वैलर्स की मांग घटने से सोने की कीमतों में गिरावट रही लेकिन विदेशी बाजारों में पीली धातु की कीमतों में स्थिरिता बनी रही।
कारोबारियों के मुताबिक घरेलू मांग में तेजी से बहुमूल्य धातुओं की कीमत में बढ़त देखी गई।
स्थानीय आभूषण विनिर्माताओं की मांग घटने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 50 रुपये टूटकर 35,720 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया।
चांदी हाजिर भी 42,300 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर कायम रही।
वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में सोना बढ़कर 1,425.40 डॉलर प्रति औंस पर रहा, जबकि चांदी 16.58 डॉलर प्रति औंस पर रही।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक डॉलर के मजबूत होने से वैकल्पिक निवेश के रूप में सोने की मांग घटने से विदेशी बाजारों में इसके भाव में गिरावटी रही।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना लगभग स्थिर रहकर 1425.60 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी तेजी के साथ 16.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
कई केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना के चलते औद्योगिक मांग में सुधार आने की उम्मीद में चांदी में तेजी बनी हुई है।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना गिरकर 1,422 डॉलर प्रति औंस पर रहा, जबकि चांदी बढ़कर 16.17 डॉलर प्रति औंस पर रही।
दिल्ली सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना क्रमश: 70-70 रुपए गिरकर 35,500 रुपए और 35,330 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा।
सर्राफा कारोबारियों के मुताबिक स्थानीय ज्वैलर्स की ओर से मांग बढ़ने की वजह से सोने की कीमतों में आज तेजी देखने को मिली है।
वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 1,415.80 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर था। वहीं चांदी बढ़त के साथ 15.41 डॉलर प्रति औंस पर थी।
चीन के निराशाजनक व्यापार आंकड़ों के बाद सोने की कीमतों को कुछ समर्थन मिल सकता है।
अमेरिका और चीन द्वारा व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने के बाद वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों पर दबाव देखने को मिला।
बजट 2019-20 में सरकार ने सोने और अन्य बहुमूल्य धातुओं पर सीमा शुल्क को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
चांदी हाजिर 148 रुपए बढ़कर 38,948 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। साप्ताहिक डिलिवरी भाव 808 रुपए के लाभ के साथ 38,093 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया।
आयात शुल्क में बढ़ोतरी से सोने की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे सोने का उपभोग भी प्रभावित होगा।
अमेरिका में स्वतंत्रता दिवस की वजह से प्रमुख अमेरिकी बाजारों के बंद रहने से कारोबार में नरमी का रुख रहा।
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से मांग आने से चांदी में यह तेजी आई है।
बड़ी अर्थव्यवस्था में विनिर्माण गतिविधियां कमजोर होने से सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ी है, जिससे उसके दाम में तेजी आई है।
लेटेस्ट न्यूज़