विश्लेषकों ने कहा कि प्रतिभागियों द्वारा ताजा सौदे किए जाने से चांदी की कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में चांदी 1. 03 प्रतिशत बढ़कर 31. 28 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
Silver Price Today on 5th December 2024 : दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को चांदी का हाजिर भाव 93,800 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया।
चांदी की कीमत में कल गिरावट के बाद आज बड़ी तेजी दर्ज की गई। यह तेजी औद्योगिक मांग के कारण आई।
मंगलवार को देश के प्रमुख शहरों में चांदी की कीमतें 91,000 रुपये प्रति किलो के भाव पर कारोबार कर रही है। सोमवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी के भाव में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली थी। सोमवार को चांदी की कीमत में 2200 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी।
चांदी की कीमत में गिरावट दर्ज की गई है। शादियों के सीजन में यह खबर बहुत से लोगों के लिए अच्छी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स चांदी वायदा 0.15 प्रतिशत गिरकर 30.51 डॉलर प्रति औंस पर रही। कमजोर हाजिर मांग के बीच कारोबारियों के अपने सौदों का आकार घटाने से गुरुवार को वायदा कारोबार में चांदी की कीमत 656 रुपये की गिरावट के साथ 87,024 रुपये प्रति किलो हो गई।
सोमवार को दिल्ली में चांदी का दाम गिरावट के बाद 91,700 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था। बताते चलें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को चांदी के भाव में 300 रुपये की तेजी और बुधवार को 500 रुपये की गिरावट देखने को मिली थी। जबकि पिछले हफ्ते गुरुवार को कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
हफ्ते के शुरुआती दो दिनों में गिरावट दर्ज किए जाने से पहले, पिछले हफ्ते शुक्रवार को चांदी के भाव में 300 रुपये की तेजी देखी गई थी। इस तेजी के साथ शुक्रवार को चांदी की कीमत 93,300 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई। पिछले हफ्ते गुरुवार को चांदी के कीमत में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ था।
सिक्का निर्माताओं और इंडस्ट्रियल यूनिट्स की कमजोर खरीदारी की वजह से बुधवार को चांदी के भाव में गिरावट दर्ज की गई थी। यानी पिछले 3 दिनों में चांदी के भाव में 3 तरह के अलग-अलग बदलाव देखने को मिले हैं।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च एनालिस्ट कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘भू-राजनीतिक तनाव ने सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की मांग को एक बार फिर बढ़ा दिया है। इसके साथ ही रूस-यूक्रेन संघर्ष में परमाणु जोखिमों पर नई चिंताएं भी पैदा हो गईं।’
कमोडिटी एक्सपर्ट के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा कम आक्रामक मौद्रिक नीति में ढील की उम्मीदों के कारण यूरोपीय सेशन के पहले हिस्से में सोने की कीमत में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच बिगड़ते हालातों से सोने को कुछ सपोर्ट मिल सकता है और कुछ नुकसान कम हो सकता है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर ऐनालिस्ट (कमोडिटी) सौमिल गांधी के अनुसार, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड, डॉलर और सुरक्षित निवेश की मांग में गिरावट के कारण मंगलवार को सोना एक हफ्ते के उच्चस्तर 2,615 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गया।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने कहा कि शादी के त्योहारों के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की ताजा खरीदारी के बीच कीमती धातुओं के दाम में उछाल देखने को मिला। व्यापारियों ने कहा कि शादी के मौसम के लिए स्थानीय आभूषण कारोबारियों की मांग बढ़ गई है।
व्यापारियों ने कहा कि कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण विदेशों में कमजोर रुख के बीच स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग है। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की तरफ से कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत भी गिर गई है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च ऐनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘अमेरिकी चुनाव के नतीजों से डॉलर इंडेक्स में मजबूती आने के कारण सोने की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिसमें 78,500 रुपये और 77,500 रुपये के बीच तेजी से उतार-चढ़ाव आया।’’
मंगलवार को सोने के साथ ही चांदी की कीमत भी 1800 रुपये के उछाल के साथ 96,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। जबकि सोमवार को चांदी की कीमत 4600 रुपये की बड़ी गिरावट के बाद 94,900 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुई थी।
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत भी बिकवाली के दबाव में रही और ये 95,000 से नीचे आ गई। आज चांदी की कीमत 4600 रुपये की जोरदार गिरावट के साथ 94,900 रुपये प्रति किलो पर आ गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में गुरुवार को एक किलो चांदी का भाव 99,500 रुपये पर बंद हुआ था।
वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में जारी भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अस्थिरता का जोखिम भी निवेशकों को चांदी जैसी कीमती धातुओं की ओर आकर्षित कर रहा है।
जुलाई में, सरकार द्वारा सोने और अन्य धातुओं पर मूल सीमा शुल्क में कटौती के बाद स्थानीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में 7 प्रतिशत की तेज गिरावट आई। हालांकि, भारतीय उपभोक्ताओं की मांग बढ़ने से सर्राफा की कीमतों में तेजी जारी है।
सर्राफा व्यापारियों ने सोने की कीमतों में उछाल का श्रेय त्योहारी और शादी-ब्याह के मौसम में बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की खरीदारी में तेजी को दिया, जिससे पीली धातु की कीमतों में तेजी को समर्थन मिला।
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