हम आपके लिए कुछ खास तरीके लेकर आए हैं, जिन पर चलकर आप सुरक्षित रूप से निवेश कर सकते हैं।
जर्मनी में भी सरकार ने एक महीने के लिए आंशिक लॉकडाउन लगाया है। अमेरिका में लगभग सभी राज्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं।
एक ओर मुकेश अंबानी की कंपनी आरआईएल के निवेशकों की चांदी हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर अनिल अंबानी की कंपनी में पैसा लगाने वाले कंगाल हो गए हैं।
दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी की कंसोलिडेटेड आय मामूली गिरावट के साथ 15114 करोड़ रुपये रही है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी की आय 15126 करोड़ रुपये रही थी। वहीं पहली तिमाही के मुकाबले कंपनी का प्रॉफिट और मार्जिन बढ़े हैं
एंजल ब्रोकिंग के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को पिछले महीने उसके आकार से चार गुणा तक अभिदान प्राप्त हुआ था।
टीसीएस ने अतिरिक्त नकदी शेयरधारकों को वापस लौटने की अपनी दीर्घावधि कैपिटल एलोकेशन पॉलिसी के तहत मेगा बायबैक ऑफर की घोषणा की है।
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों, ऋण भुगतान पर रोक से जुड़े घटनाक्रमों तथा वैश्विक रुख से तय होगी।
ट्रंप को कोविड-19 संक्रमण पॉजिटिव होने की खबरों के बाद अमेरिका शेयरों के वायदा कारोबार और एशियाई बाजारों में गिरावट आई है
बैंक के शेयरधारकों द्वारा सात निदेशकों की पुन: नियुक्ति को अस्वीकार करने के बाद यह निर्णय लिया गया।
Short term share trades: वित्त मंत्रालय ने शेयर की खरीद बिक्री करने वाले कारोबारियों को बड़ी राहत दी है।
रूट मोबाइल का आईपीओ 9 सितंबर से खुलकर 11 सितंबर के बंद हुआ था। इस इश्यू के जरिये कंपनी के प्रोमोटर अपने 360 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं।
आधुनिक प्रौद्योगिकी की वजह से आज मोबाइल एप का इस्तेमाल काफी आसान हो गया है।
बीएसई पर हैपिएस्ट माइंड्स का शेयर अपने आईपीओ प्राइस 166 रुपए प्रति शेयर के मुकाबले 111 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 351 रुपए प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ है।
आईटी सर्विसेज कंपनी हैपिएस्ट माइंड्स के 700 करोड़ रुपए के आईपीओ को 151 गुना बोलियां मिली हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि लोगों ने फाउंडर अशोक सूता की विश्वसनीयता पर दाव खेला है।
GDP में भारी गिरावट की आशंका जताई जा रही है और इसी को भांपते हुए शेयर बाजार में बिकवाली है।
बैंक ने एक अन्य डिफॉल्ट के मामले में चाय बनाने वाली कंपनी मैकलियोड रसेल इंडिया लिमिटेड के 7.5 प्रतिशत यानी 78,32,253 शेयरों के भी अधिग्रहण करने की जानकारी दी है।
लॉकडाउन से पहले 23 मार्च को बीएसई पर शेयर का भाव 875.9 रुपए था, जो बुधवार को बढ़कर 2000 रुपए के स्तर तक पहुंच गया।
इसके अलावा निदेशक मंडल कंपनी के ऋण अधिकार को 50,000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 75,000 करोड़ रुपए करने के लिए भी शेयरधारकों की मंजूरी लेगा।
इस अनुबंध के समाप्त होने से समझौते के तहत मुआवजे के प्रावधान प्रभाव में आ जाएंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज अब तक कुल मिलाकर 20 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी बेचने के सौदे कर चुकी है। रविवार को ही आबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) ने रिलायंस जियो में 1.16 प्रतिशत हिस्सा खरीदने के लिए 5683.50 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है।
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