तीस शेयरों के सूचकांक सेंसेक्स में शामिल सभी शेयर नकारात्मक स्तर पर कारोबार कर रहे थे। इन सभी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स में शामिल तीस में से 21 शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए। सन फार्मा, टीसीएस और आईटीसी के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा।
मुद्रास्फीति की चिंता, एफआईआई की लगातार बिकवाली और मासिक वायदा एवं विकल्प के निपटान से अगले सप्ताह अस्थिरता और बढ़ सकती है।
एक से 11 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 10,080 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 4,830 करोड़ रुपये तथा हाइब्रिड माध्यमों से 24 करोड़ रुपये की निकासी की है।
सप्ताह के दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज, कोल इंडिया, आयशर मोटर्स, अंबुजा सीमेंट्स, नेस्ले इंडिया, स्पाइसजेट और जेट एयरवेज के तिमाही नतीजे आने हैं।
इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और पावरग्रिड के शेयर भी फायदे में रहे।
बाजर विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार ने फेड और रूस-यूक्रेन तनाव से संभावित नतीजों पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है।
अगर आपके पोर्टफोलियो में शामिल किसी कंपनी पर कर्ज का बोझ तेजी से बढ़ रहा हो तो यह खतरे का संकेत है। कर्ज बढ़ने का मतलब है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति कमजोर हो रही है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, महत्वपूर्ण घटनाक्रमों के बीच बाजार भागीदारों की नजर इस सप्ताह मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की नीतिगत समीक्षा बैठक पर होगी।
किसी भी शेयर का चुनाव करने से पहले अपने स्तर पर रिसर्च करना न भूलें। संतुष्ट हो जाने के बाद ही निवेश करें।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 7.57 प्रतिशत की बढ़त टाटा स्टील में हुई। इसके अलावा सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी और एचसीएल टेक भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
जानाकारों का कहना है कि बजट पेश होने के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
डेली सिप वैसे निवेशकों के लिए बेहतर हो सकता है जो किसी कारोबार में हैं या किसी ऐसे पेशे में हैं जिसमें हर दिन आय होती है।
AK Spintex: यह मल्टीबैगर स्टॉक 24.50 रुपये से बढ़कर 103.10 रुपये के भाव पर पहुंच गया है। एक महीने में इस स्टॉक में लगभग 320 प्रतिशत का उछाल आया है।
सेबी के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय बाजारों में पी-नोट्स के जरिये निवेश का मूल्य दिसंबर, 2021 के अंत तक बढ़कर 95,501 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो नवंबर के अंत तक 94,826 रुपये था।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, यह सप्ताह न केवल शेयर बाजार के लिए, बल्कि व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
हालांकि, हम इस तरह के किसी स्टॉक में आपको निवेश करने की सलाह नहीं दे रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार जो स्टॉक एकतरफा दौड़ लागते हैं उनमें जोखिम भी बहुत ज्यादा होता है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, अवकाश के कारण यह सप्ताह छोटा है, और घटनाओं तथा आंकड़ों के लिहाज से महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी के लिए पेश मसौदा प्रस्ताव के मुताबिक इस पेशकश में 500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे।
किसी भी शेयर में पैसा लगाने से पहले वह किस सेक्टर की कंपनी के शेयर है और उसका कारोबार क्या है यह पता करें। इसके बाद उस कंपनी की बैलेंस सीट, टर्नओवर, बिजनेस मॉडल और कंपनी का भविष्य क्या है आदि की जानकारी जुटाएं।
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