कल बीएसई सेंसेक्स 224.16 अंक की बढ़त के साथ 59,932.24 अंक पर तथा निफ्टी 5.90 अंक की मामूली गिरावट के साथ 17,610.40 अंक पर बंद हुआ था।
आज भी बीएसई सेंसेक्स 224.16 अंक की बढ़त के साथ 59,932.24 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 5.90 अंक की मामूली गिरावट के साथ 17,610.40 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई सेंसेक्स 224.16 अंक की तेजी के साथ 59,932.24 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी में मामूली गिरावट रही। एनएएसई निफ्टी 6.85 अंक टूटकर 17,609.45 अंक पर बंद हुआ।
आज मार्केट खुलने से पहले ही एक बड़ी खबर आई है। अडानी ग्रुप ने अपना FPO कैंसिल कर दिया है। अब अडानी ग्रुप निवेशकों के पैसे वापस करेगा। अब इसका असर शेयर बाजार पर भी देखा जा रहा है।
बीएसई सेंसेक्स 192.90 अंक टूटकर 59,307.51 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई निफ्टी 33.70 अंक गिरकर 17,615.25 अंक पर पहुंच गया है।
Share Market: सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से सात कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 2,16,092.54 करोड़ रुपये की गिरावट आई। सबसे अधिक नुकसान रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को हुआ।
आज के शुरुआती कारोबार में अडाणी ग्रुप के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। एसीसी, अडानी इंटरप्राइजेज, अडाणी पावर, अडाणी पोर्ट्स एंड सेज और अंबुजा सीमेंट में 3% तक की तेजी है।
कंपनियों की तिमाही कमाई से भी शेयर बाजार की गति प्रभावित होती है। एफओएमसी की बैठक पर दुनियाभर के निवेशको की निगाह होगी।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले दो दिनों से जारी तेजी पर आज ब्रेक लग गया है। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 144.02 अंक टूटकर 60,834.73 अंक पर खुला, साथ ही एनएसई निफ्टी में भी कमजोरी देखने को मिली है
शुरुआती कारोबार पर नजर डालें तो ऑटो स्टॉक में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। आज वीकली एक्सपायरी है। ऐसे में आज बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
मिड कैप आईटी स्टॉक्स में भी खरीदारी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 26 शेयरों में तेजी और 4 में गिरावट देखने को मिल रही है।
जनवरी 2021 में रजनीश वेलनेस शेयर का भाव 0.55 पैसे था। वहीं, 23 जनवरी को इस शेयर का भाव बढ़कर 18.90 रुपये पहुंच गया है।
सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों पर नजर डालें तो 25 में तेजी और 5 में गिरावट देखने को मिल रही है। टाटा मोटर्स का शेयर 2 फीसदी की तेजी के साथ 410 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। अगर, गिरावट वाले शेयरों पर
मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि बजट के बाद 30 दिनों में बाजार तीन में से दो मौकों पर गिरता है। अगर बजट से पहले 30 दिनों में बाजार में तेजी आई है तो इस तरह की गिरावट की संभावना 80 फीसदी तक बढ़ जाती है।
आज फिर से शेयर बाजार में गिरावट देखी गई है। यह दो दिनों से जारी है। बजट से पहले बाजार में आई ऐसी गिरावट क्या संकेत दे रही है? क्या कहते हैं पिछले 10 साल के आंकड़े? आज की स्टोरी में हम इस पर नजर डालेंगे।
आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही रिजल्ट आएंगे। सेंसेक्स में शामिल 30 में 19 शेयरों में तेजी और 11 में गिरावट देखने को मिल रही है।
टी प्लस वन सेटेलमेंट लागू होने से निवेशकों के सामने डिफॉल्ट का जोखिम कम होगा। साथ ही बाजार में नगदी ज्यादा मात्रा में उपलब्ध कराया जा सकेगा।
शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, आईटी और Auto के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। निफ्टी 50 में से 29 शेयरों में गिरावट देखने को मिली है।
बीएसई सेंसेक्स ने 2017 और 2018 के केंद्रीय बजट से पहले के महीने में अच्छा प्रदर्शन किया, आंकड़ों के अनुसार 5.7 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत की बढ़त हासिल की।
सरकार की ओर से विंडफॉल टैक्स में कटौती से Reliance, ONGC, GAIL जैसी ऑयल कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। सेंसेक्स में देंखें तो 30 शेयरों में 13 शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है।
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