नवंबर 2016 में 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट बंद होने के अगले दिन स्टॉक में 20 प्रतिशत की गिरावट आई थी। जनवरी 2018 में शेयर की कीमत धीरे-धीरे 370 रुपये के स्तर को पार करने में कामयाब रही, लेकिन तब से यह गिरावट की ओर है। जुलाई 2023 में 28 प्रतिशत जीएसटी की घोषणा के बाद एक और 20 प्रतिशत झटका लगा था।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ''वैश्विक चिंताओं को देखते हुए हम निकट भविष्य में बाजार पर दबाव की उम्मीद कर रहे हैं।
अमेरिका और ब्रिटेन के जीडीपी के आंकड़ों, यूरोपीय संघ की मुद्रास्फीति, अमेरिका और चीन के मैनुफैक्चरिंग पीएमआई और भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट नतीजों का मार्केट पर असर देखने को मिलेगा।
इस महीने अब तक नकदी बाजार में एफआईआई (FII) ने 18,260 करोड़ रुपये की बिक्री की है। हालिया गिरावट के बाद भी वैल्यूएशन ऊंचा बना हुआ है।
जसानी ने कहा कि ईपीएफआर वैश्विक आंकड़ों के अनुसार, 20 सितंबर तक सप्ताह में वैश्विक स्तर पर इक्विटी फंडों से 16.9 अरब डॉलर की निकासी हुई।
हफ्ते के आखिरी दिन बीएसई सेंसेक्स 221.09 अंक टूटकर 66,009.15 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 56.70 अंक लुढ़ककर 19,685.65 अंक पर बंद हुआ।
बाजार में चौतरफा बिकवाली आने से बीएसई सेंसेक्स 570.60 अंक टूटकर 66,230.24 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 159.05 अंक लुढ़ककर 19,742.35 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ 6 शेयर हरे निशान में और 24 बड़ी गिरावट के साथ लाल में बंद हुए। रिलायंस इंडस्ट्रीज से लेकर एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। एचडीएफसी बैंक का शेयर 3.84% टूटकर 1565.50 रुपये पर बंद हुआ। रिलांयस के शेयरों में भी 2% से अधिक की गिरावट रही।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का बेंचमार्क सेंसेक्स (Sensex) करीब 450 अंक टूटकर 67147 अंक के लेवल पर खुला।
बीएसई सेंसेक्स 241.79 अंक टूटकर 67,596.84 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 59.05 अंक टूटकर 20,133.30 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले भारतीय बाजार में ससबे लंबी रैली देखने को मिली थी। सेंसेक्स पिछले हफ्ते शुक्रवार को लगातार 11वें कारोबारी सेशन में उछलकर बंद हुआ था।
बाजार एक बार फिर से मजबूत हो रहे हैं और मिड-कैप और स्मॉल-कैप काउंटरों से महत्वपूर्ण भागीदारी दिखाई दे रही है। इससे सूचकांक को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है। विशेष रूप से मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
घरेलू स्टॉक मार्केट ने कमजोर शुरुआत की है। कारोबार के दौरान टाटा स्टील, बीईएल और ओएनजीसी जैसे स्टॉक्स पर फोकस रहने की उम्मीद है।
शुक्रवार को लगातार 11वें कारोबारी सत्र में सेंसेक्स लाभ में रहा और 319.63 अंक या 0.47 प्रतिशत की छलांग के साथ 67,838.63 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मजबूत त्योहारी मांग और सौदे मिलने की उम्मीद में ऑटो और आईटी शेयरों में नए सिरे से खरीदारी से बाजार नई दिशा की ओर बढ़ रहा है। चीन के उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों की उम्मीदों ने वैश्विक बाजारों में उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
ट्रेंडलाइन डेटा के अनुसार, वोडाफोन आइडिया के शेयर में पिछले महीने से 35.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो दूरसंचार सेवा उद्योग से 26.3 प्रतिशत बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। आज के कारोबार में आइडिया के अलावा एमटीएनएल 7.7 प्रतिशत बढ़कर 27.55 रुपये पर था, भारती एयरटेल शुक्रवार को 1.6 प्रतिशत बढ़कर 930 रुपये पर था।
आपको बता दें कि इस महीने के 15 सितंबर तक शेयर बाजार में 11 दिन का कारोबार हुआ है। इसमें सेंसेक्स लगातार 11 दिन चढ़ा है।
दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्स 52.01 अंक की बढ़त के साथ 67,519 अंक पर और निफ्टी 33.10 अंक चढ़कर 20,103.10 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ।
एक्सपर्ट का कहना है कि आईटी, एफएमसीजी, ऑटो, रिलायंस जैसे सेक्टर में अभी भी बड़ी तेजी नहीं आई है।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 31 लाभ में जबकि 19 नुकसान में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल सबसे ज्यादा 2.72 प्रतिशत मजबूत हुआ।
इससे पहले 11 अगस्त को एनसीएलएटी ने एक अंतरिम आदेश के जरिये राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के सीडीजीएल के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने के निर्देश पर रोक लगा दी थी।
लेटेस्ट न्यूज़