सेंसेक्स 85 अंकों की बढ़त के साथ 27460 और निफ्टी 27 अंकों की तेजी के साथ 8503 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
जो कंपनियां एक वित्त वर्ष के दौरान खराब प्रदर्शन करती हैं, वे आमतौर पर साल के अंत में अपनी वार्षिक आम सभा (AGM) का आयोजन करती हैं।
पिछले सप्ताह की गिरावट के बाद इस सप्ताह भी बाजार में उथलपुथल का दौर जारी रहने की उम्मीद है। गुरुवार को गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में शेयर बाजार बंद रहेंगे।
देश की 10 सर्वाधिक मूल्यवान कंपनियों में से 5 के मार्केट कैप में पिछले सप्ताह 39,593.68 करोड़ रुपए की कमी आई। इससे सबसे अधिक RIL प्रभावित हुई।
BSE का आईपीओ सोमवार को पूंजी बाजार में दस्तक देगा। इसके जरिये 1,243 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। इसके जरिये 1,243 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने भारतीय रीयल एस्टेट डेवलपमेंट और उसके निदेशकों के बैंक तथा डीमैट खातों पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
बुधवार के सत्र में शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत हुई है। सेंसेक्स 140 अंक बढ़कर 27375 पर पहुंच गया है। वहीं, निफ्टी 44 अंक बढ़कर 8442 पर है।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 50.11 अंकों की तेजी के साथ 27,288.17 पर और निफ्टी 12.45 अंकों की तेजी के साथ 8,412.80 पर बंद हुआ। निफ्टी में 12.45 अंकों की तेजी।
आगामी सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की दिशा बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा आगामी बजट से निवेशकों की उम्मीदों से तय होगी।
शेयर बाजार का इंडेक्स सेंसेक्स 145 अंक बढ़कर 27044 पर है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख निफ्टी 40 अंक से ज्यादा की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है।
अगले 3 महीने में 10 कंपनियां IPO के जरिए 15 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा जुटाने की तैयारी कर रही है। इसमें NSE, BSE, D-Mart प्रमुख है।
सोमवार को शेयर बाजारों में मामूली गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 32.68 अंक टूटकर 26,726.55 पर और निफ्टी 7.75 अंकों की गिरावट के साथ 8,236.05 पर बंद हुआ।
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार के दोनों प्रमुख इंडेक्स ने कमजोर शुरूआत की। आज सुबह से ही आईटी, बैंकिंग और ऑटो शेयरों में बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, टीसीएस और इंफोसिस जैसी अग्रणी कंपनियों के तिमाही परिणाम तथा आर्थिक आंकड़ों की घोषणाएं शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगी।
बीते सप्ताह देश की शीर्ष 10 कंपनियों में से छह के मार्केट कैप में कुल मिलाकर 39,002.72 करोड़ रुपए की गिरावट आई। सबसे ज्यादा नुकसान TCS को हुआ है।
टोयोटा के बारे में डोनाल्ड ट्रंप के एक नकारात्मक ट्वीट से सिर्फ पांच मिनट के भीतर कंपनी के शेयरों का मूल्य गिर गया और 1.2 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा।
H-1B वीजा नियमों में बदलावों के लिए दोबारा लाए गए प्रस्ताव के बाद आईटी कंपनियों पर दबाव बढ़ा और टॉप 4 कंपनियों की मार्केट वैल्यू 22,000 रुपए घट गई।
शेयर्ड मोबिलिटी सेगमेन्ट में उपभोक्ताओं को और बेहतर एवं किफायती सेवाएं उपलब्ध कराने के प्रयास में कैब एग्रीगेटर ओला ने 'शेयर एक्सप्रेस' को लॉन्च किया है।
बैंकिंग, वित्तीय और एमएमसीजी कंपनियों के शेयरों पर सबसे ज्यादा दबाव देखा गया। सेंसेक्स 31.01 अंक गिरकर 26, 595.45 पर बंद हुआ। निफ्टी में भी गिरावट।
IPO के बाद सूचीबद्ध हुई नई कंपनियों में से करीब 70 प्रतिशत के शेयर अपने निर्गम मूल्य से ऊपर चल रहे हैं। कुछ शेयरों ने तो दोगुना तक रिटर्न दिया है।
लेटेस्ट न्यूज़