तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स की शुरुआत उतार-चढ़ाव के साथ हुई। अंत में यह 142.09 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 35,898.35 अंक पर बंद हुआ।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा है कि वह इस सप्ताह निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे और उनसे नीतिगत दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए कहेंगे।
ब्रोकरों ने कहा विदेशी कोषों की निकासी तथा डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
प्रमुख वैश्विक शेयर बाजारों में नरमी के संकेत और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती के रुझानों के बीच बृहस्पतिवार को स्थानीय शेयर बाजारों में कारोबार की शुरुआत कमजोर रही।
औद्योगिक उत्पादन तथा मुद्रास्फीति के आंकड़ों, कंपनियों के तिमाही परिणामों तथा वैश्विक संकेतों से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की चाल तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय व्यक्त की है।
कारोबारियों ने कहा कि धातु तथा वाहन कंपनियों में अचानक बिकवाली होने से घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट रही।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की मौद्रिक समीक्षा बैठक मंगलवार को शुरू हुई है।
आम बजट से पहले शेयर बाजार में दमदार ओपनिंग की है। हालांकि इस तेजी के पीछे अमेरिका में फेडरल रिजर्व के मुख्य ब्याज दर अपरिवर्तित रखने के बाद वैश्विक बाजारों के सकारात्मक संकेत भी एक प्रमुख कारण हैं।
बीएसई के मिडकैप सूचकांक में तेजी और स्मॉलकैप में गिरावट रही।
शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह अंतरिम बजट, जनवरी के डेरिवेटिव सौदों के निपटान , बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणाम तथा अमेरिका के फेडरल रिजर्व के नीतिगत निर्णय जैसे कई कारकों पर निर्भर करेगी।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 180 अंक कमजोरी के साथ खुला। बैंकिंग, वाहन और धातु कंपनियों के शेयरों में जोरदार बिकवाली से बाजार में गिरावट आई।
संस्थागत और खुदरा निवेशकों की लिवाली जारी रहने से शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजारों में रौनक देखने को मिली।
सेबी ने कहा है कि पुनर्खरीद पेशकश कंपनी कानून और सेबी नियमों के अनुरूप नहीं है।
रुपये के मूल्य में कमी के बीच शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार नरम रुख के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में बीएसई का सेंसेक्स 79.53 यानी 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 36,294.55 अंक पर खुला।
सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टीसीएस, एचडीएफसी, कोटक बैंक, पावरग्रिड, हीरो मोटोकॉर्प और वेदांता के शेयर 1.91 प्रतिशत तक चढ़ गए।
सरकार की हिस्सेदारी कम करने से बैंकों को बाजार नियामक सेबी के नियमों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, भारती एयरटेल, और भारतीय स्टेट बैंक जैसे प्रमुख शेयर बिकवाली के दबाव में रहे।
इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की चाल आर्थिक आंकड़ों, प्रमुख कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजों और वैश्विक बाजारों से मिलने वाले संकेतों से तय होगी।
एशियाई बाजारों में मजबूती के संकेतों के बीच ऑटोमोबाइल, तेल और गैस एवं धातु क्षेत्रों की शेयरों की खरीद के कारण शुक्रवार को बीएसई का सेंसेक्स 65 अंक की बढ़त के साथ खुला।
एशियाई बाजारों के नरम संकेतों के बीच बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणाम से पहले निवेशकों के सतर्कता बरतने से बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट में रहे।
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