वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कंपनी द्वारा दिया जाने वाला ये पहला अंतरिम डिविडेंड होगा। Veedol ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था कि कंपनी ने इस डिविडेंड के लिए शुक्रवार, 22 नवंबर को रिकॉर्ड डेट फिक्स किया है। यानी 22 नवंबर को कंपनी के शेयर एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेंगे।
CLSA ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों के लिए मौजूदा लेवल से 30 प्रतिशत के अपसाइड के साथ 1650 रुपये का टारगेट दिया है। बताते चलें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का मौजूदा भाव 1267.70 रुपये है। कंपनी के शेयर गुरुवार को 15.45 रुपये (1.23%) की अच्छी बढ़त के साथ 1267.70 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
एनबीसीसी के रेवेन्यू में भी शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है। एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड ने बुधवार, 13 नवंबर को एक एक्सचेंज फाइलिंग में शेयर बाजार को बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 19.4 प्रतिशत बढ़कर 2459 करोड़ रुपये रहा।
भारतीय शेयर बाजार में लगभग डेढ़ महीने से गिरावट का दौर चल रहा है और ऐसी परिस्थितियों में स्विगी का बाजार में बढ़त के साथ लिस्ट होना और फिर बढ़त लेकर हरे निशान में बंद होना ही अपने आप में एक बड़ी बात है।
एमआरएफ के शेयर अपने 52 वीक हाई से काफी नीचे ट्रेड कर रहे हैं। कंपनी के शेयरों का 52 वीक हाई 1,51,445.00 रुपये है जो इसने 23 फरवरी, 2024 को टच किया था।
21 अक्टूबर को खुला और 23 अक्टूबर को बंद हुए वारी एनर्जीज़ के आईपीओ के तहत निवेशकों को सिर्फ 1503 रुपये के भाव पर शेयर अलॉट किए गए थे। 28 अक्टूबर को कंपनी के शेयर 66.3 प्रतिशत के जबरदस्त प्रीमियम के साथ 2500 रुपये के भाव पर लिस्ट हुए थे।
आज आयोजित किए गए मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन में कंपनी के शेयर 7.30 रुपये (0.24%) की बढ़त के साथ 3079.15 रुपये के भाव पर बंद हुए। गुरुवार को कंपनी के शेयर 3071.85 रुपये के भाव पर बंद हुए थे लेकिन आज मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान ये गिरावट के साथ 3068.05 रुपये के भाव पर खुले थे।
25 अक्टूबर को हुई कंपनी की बोर्ड मीटिंग में शेयरहोल्डरों के लिए डिविडेंड का ऐलान किया गया था। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने शेयरहोल्डरों के लिए 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 63 रुपये का डिविडेंड देना का ऐलान किया है।
पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों का भाव 7.60 प्रतिशत गिरा है। लेकिन पिछले 1 साल में कंपनी के शेयरों ने करीब 63 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। टॉरेंट फार्मा ने अपने निवेशकों को पिछले 5 साल में 255.94 प्रतिशत और पिछले 10 साल में 622.23 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
ओला इलेक्ट्रिक पर वैश्विक ब्रोकिंग फर्म एचएसबीसी ने सबसे पहले ओला इलेक्ट्रिक के शेयर प्राइस का टारगेट 140 रुपये से घटाकर 110 रुपये कर दिया है।
कोफोर्ज ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए थे। कंपनी ने शेयर मार्केट एक्सचेंज को बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही काफी शानदार रही।
जोमैटो आज अपना तिमाही परिणाम जारी करेगी। कंपनी की ओर से शानदार रिजल्ट जारी करने की उम्मीद है। इसका असर कंपनी के शेयर पर दिखाई दे सकता है। शेयर में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
पिछले हफ्ते शुक्रवार को कंपनी के शेयर 46.35 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। सोमवार, 30 सितंबर को रिलायंस पावर के शेयर गिरावट के साथ 46.25 रुपये के भाव पर खुले थे।
मूंदड़ा ने यह भी बताया कि वीआई करीब 35,000 करोड़ रुपये का कर्ज जुटाने के लिए कर्जदाताओं के साथ बातचीत के अंतिम चरण में है। उन्होंने कारोबार से मिलने वाले नकदी प्रवाह के जरिए सरकारी बकाया चुकाने की योजना की भी घोषणा की।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने कहा है कि उसने अपने स्टैंडअलोन बाहरी ऋण को ₹3,831 करोड़ से घटाकर ₹475 करोड़ कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी की कुल संपत्ति ₹9,041 करोड़ हो जाएगी।
शेयर बाजार में लिस्ट होने के तुरंत बाद शेयरों के भाव में बड़ी गिरावट देखने को मिली और ये 117 रुपये से 111.15 रुपये पर आ गया। हालांकि, कुछ ही देर बाद शेयरों में हुई तेज खरीदारी की वजह से ये 5 प्रतिशत की तेजी के साथ 122.85 रुपये के भाव पर पहुंच गया।
सरस्वती साड़ी डिपो का आईपीओ 12 अगस्त को खुला था और तीसरे दिन 14 अगस्त को बंद हुआ था। कंपनी ने अपने आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेसवैल्यू के साथ प्रत्येक शेयरों के लिए 152 रुपये से 160 रुपये का प्राइस रेंज फिक्स किया था।
हफ्ते के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को कंपनी के शेयर 191.85 रुपये (4.42%) की जबरदस्त तेजी के साथ 4533.25 रुपये के भाव पर पहुंच गए। हालांकि, कंपनी के शेयर अभी भी अपने 52 Week High से नीचे चल रहे हैं।
लिस्टिंग वाले दिन ही कंपनी के शेयरों में 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया। शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों ने अभी तक सिर्फ 5 दिन कारोबार किया है और इन 5 दिनों में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर करीब 75 प्रतिशत तक रिटर्न दे चुके हैं।
आपको बता दें कि मुख्य रूप से आय बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है। बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली आरईसी ने मंगलवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसे एक साल पहले 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में 3,065.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
लेटेस्ट न्यूज़