पहले, खुदरा निवेशक म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश करते थे। लेकिन अब वे म्यूचुअल फंड के जरिये बाजार में निवेश तो कर ही रहे हैं, साथ ही डिमैट खातों के जरिये भी सीधे शेयर बाजार में पैसा लगा रहे हैं।
लगातार दो कारोबारी सत्रों में शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों की संपत्ति 5,31,261.2 करोड़ रुपये घट गयी। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में टाटा स्टील 9.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 166.96 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की तेजी के साथ 58,296.91 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय रिकार्ड 58,515.85 अंक तक चला गया था।
चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई और आईपीओ बाजार में हाल में भी काफी हलचल बनी हुई है।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को जारी किये जाएंगे।
शेयर बाजारों में दो दिन की तेजी से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3,48,431.23 करोड़ रुपये बढ़कर 2,40,23,280.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इसका सर्वकालिक उच्चस्तर है।
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ट्रेडिंग ने पारंपरिक तरीके से किये जाने व्यापार की जगह ले ली है। नए उत्पादों और सेवाओं का उदय हुआ है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयरों में लाभ से शुक्रवार को सेंसेक्स 593 अंक की छलांग के साथ पहली बार 55,000 अंक के स्तर के पार बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 258.4 अंक या 0.47 प्रतिशत की बढ़त के साथ अब तक के उच्चतम स्तर 55,102.42 पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को गिरावट रही और मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 66 अंक नीचे आ गया। वैश्विक बाजारों में कमजोर धारणा के बीच कारोबार समाप्त होने से ठीक पहले वित्तीय और धातु शेयरों में बिकवाली से बाजार में नरमी आयी।
शेयर बाजार में पिछले दो दिनों की तेजी में निवेशकों की संपत्ति 4,09,200.15 करोड़ रुपये बढ़ी। इससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 235.11 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
बड़े शेयरों में गिरावट के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 200 अंक से अधिक टूट गया।
बड़े शेयरों में बढ़त के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 100 अंक से अधिक चढ़ गया।
एक महीने तक लगातार निवेश के बाद विदेशी पोर्टफालियो निवेशकों (एफपीआई) ने जुलाई में पहले सात कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों से 2,249 करोड़ रुपये की निकासी की है।
इस साल अभी तक 22 कंपनियां अपने आईपीओ की घोषणा कर चुकी हैं, जिनसे 27,426 करोड़ रुपये जुटाए जाने हैं।
एचडीएफसी, इंफोसिस, टीसीएस और रिलायंस जैसे बड़े शेयरों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 220 अंक से अधिक चढ़ गया।
बड़े शेयरों में बढ़त के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 250 अंक से अधिक का उछाल आया।
शेयरों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 300 अंक से अधिक चढ़ गया।
शेयर बाजार में सोमवार को आये उछाल के साथ निवेशकों की संपत्ति 3,03,725.89 करोड़ रुपये बढ़ गयी। तीस शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 848.18 अंक यानी 1.74 प्रतिशत उछलकर 49,580.73 बंद हुआ।
30 शेयरों वाला बीएसई सूचकांक 510.31 अंक या 1.04 प्रतिशत बढ़कर 49,518.81 पर कारोबार कर रहा था
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