मीणा ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव तथा आपूर्ति-पक्ष की चिंता में कच्चे तेल के दाम फिर ऊंचाई पर पहुंच गए है। यदि इनमें और तेजी आती है, तो यह भारतीय बाजार की चिंता बढ़ाएगा।
बाजार की दिशा रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन में कोविड की स्थिति तथा कच्चे तेल की कीमतों से तय होगी।
एयरटेल की बाजार हैसियत 15,377.68 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 3,96,963.73 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
अगर सरकार 12 मई तक आईपीओ नहीं ला पाती है, तो उसे दिसंबर तिमाही के नतीजे बताते हुए सेबी के पास नए कागजात दाखिल करने होंगे।
सेंसेक्स 1700 अंक टूटकर पहली बार 53 हजार के नीचे 52640 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी भी 450 अंक गिरकर 15793 अंक पर कारोबार कर रहा है।
रिजर्व द्वारा नीतिगत ब्याज दर में बढ़ोतरी किए जाने से एफपीआई प्रवाह अस्थिर रहने की आशंका है।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, भू-राजनीतिक अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक बाजार की वोलाटिलिटी को मौके के तौर पर इस्तेमाल कर अपने पार्टफोलियो मजबूत करने के साथ शानदार कमाई कर सकते हैं।
सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती कारोबार में 300 अंकों से अधिक की तेजी लेकर 57,600 के स्तर पर पहुंच गया।
इंडिया VIX का पूरा नाम ही Voltility Index है। जब यह इंडेक्स चढ़ता है तो इससे पता चलता है कि निवेशक घबराए हुए हैं।
तीस शेयरों के सूचकांक सेंसेक्स में शामिल सभी शेयर नकारात्मक स्तर पर कारोबार कर रहे थे। इन सभी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स में शामिल तीस में से 21 शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए। सन फार्मा, टीसीएस और आईटीसी के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा।
मुद्रास्फीति की चिंता, एफआईआई की लगातार बिकवाली और मासिक वायदा एवं विकल्प के निपटान से अगले सप्ताह अस्थिरता और बढ़ सकती है।
एक से 11 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 10,080 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 4,830 करोड़ रुपये तथा हाइब्रिड माध्यमों से 24 करोड़ रुपये की निकासी की है।
सप्ताह के दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज, कोल इंडिया, आयशर मोटर्स, अंबुजा सीमेंट्स, नेस्ले इंडिया, स्पाइसजेट और जेट एयरवेज के तिमाही नतीजे आने हैं।
इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और पावरग्रिड के शेयर भी फायदे में रहे।
अगर आपके पोर्टफोलियो में शामिल किसी कंपनी पर कर्ज का बोझ तेजी से बढ़ रहा हो तो यह खतरे का संकेत है। कर्ज बढ़ने का मतलब है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति कमजोर हो रही है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, महत्वपूर्ण घटनाक्रमों के बीच बाजार भागीदारों की नजर इस सप्ताह मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की नीतिगत समीक्षा बैठक पर होगी।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 7.57 प्रतिशत की बढ़त टाटा स्टील में हुई। इसके अलावा सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी और एचसीएल टेक भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
जानाकारों का कहना है कि बजट पेश होने के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
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