वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट पेश करेंगी। इस बजट में कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए उठाए गए कदमों पर बाजार की नजर रहेगी।
सेंसेक्स के शेयरों में करीब दो प्रतिशत की गिरावट के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज सर्वाधिक नुकसान में रही।
सेंसेक्स में भारी गिरावट से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 8,21,666.7 करोड़ रुपये घटकर 2,60,98,530.22 करोड़ रुपये रह गया।
बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, एसबीआई तथा टाइटन के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, पावरग्रिड और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे।
इसी तरह कोटक महिंद्रा बैंक की बाजार हैसियत 3,301.84 करोड़ रुपये बढ़कर 4,11,183.32 करोड़ रुपये और बजाज फाइनेंस की 3,051.17 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 4,57,355.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
सेंसेक्स में टेक महिंद्रा लगभग दो प्रतिशत की गिरावट के साथ शीर्ष पर रही। इसके बाद एचडीएफसी, एसबीआई, नेस्ले इंडिया, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक और आईसीआईसीआई बैंक का स्थान रहा।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 112.16 अंक या 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,433.45 पर और निफ्टी 24.30 अंक या 0.13 प्रतिशत गिरकर 18,044.25 पर बंद हुआ था।
ट्रेडिंगो के संस्थापक पार्थ न्यति ने कहा, "हम एक संरचनात्मक तेजड़िया बाजार में हैं जहां मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का प्रदर्शन बेहतर होता है और हम देख रहे हैं कि ऐसा ही हो रहा है।
इन्फोसिस ने सप्ताह के दौरान 1,717.96 करोड़ रुपये जोड़े और उसका बाजार पूंजीकरण 7,29,410.37 करोड़ रुपये रहा।
शेयर बाजार गिरावट से, बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 8,47,397 करोड़ रुपये घटकर 2,66,22,209.99 करोड़ रुपये हो गया है।
यदि आप एक निवेशक हैं और आप भी तेज भागते बाजार से मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बाजार में लंबे समय तक निवेशित बने रहना होगा। इसके अलावा आपको सेक्टर लीडर कंपनियों में अपना निवेश करना होगा।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 2,32,800.35 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रहीं।
वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली के बीच बुधवार को सेंसेक्स 555 अंक टूट गया। इससे निवेशकों की 2,57,785.17 करोड़ रुपये की पूंजी डूब गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 555.15 अंक या 0.93 प्रतिशत के नुकसान से 59,189.73 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स में बजाज फिनसर्व को एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान हुआ।
पहले, खुदरा निवेशक म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश करते थे। लेकिन अब वे म्यूचुअल फंड के जरिये बाजार में निवेश तो कर ही रहे हैं, साथ ही डिमैट खातों के जरिये भी सीधे शेयर बाजार में पैसा लगा रहे हैं।
लगातार दो कारोबारी सत्रों में शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों की संपत्ति 5,31,261.2 करोड़ रुपये घट गयी। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में टाटा स्टील 9.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 166.96 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की तेजी के साथ 58,296.91 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय रिकार्ड 58,515.85 अंक तक चला गया था।
चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई और आईपीओ बाजार में हाल में भी काफी हलचल बनी हुई है।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को जारी किये जाएंगे।
शेयर बाजारों में दो दिन की तेजी से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3,48,431.23 करोड़ रुपये बढ़कर 2,40,23,280.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह इसका सर्वकालिक उच्चस्तर है।
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