बाजार को लाल से हरे निशान में हवैवेट शेयर रिलायंस इंडस्ट्रीज की अहम भूमिका रही। रिलायंस के शेयर में आज लगातार दूसरे दिन अच्छी तेजी रही। कारोबार के अंत में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 2.50% चढ़कर 2437.00 रुपये पर बंद हुआ।
डीमैट खातों की संख्या में सालाना आधार पर 31 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शेयर बाजारों से आकर्षण रिटर्न की वजह से डीमैट खातों की संख्या बढ़ रही है।
हालांकि, अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में आज भी बिकवाली हावी रही। सिर्फ अडाणी इंटरप्राइजेज, एसीसी, और अडाणी पोर्ट्स अॅन्ड स्पेशल इकॉनॉमिक जोन में मामूली तेजी लौटी।
सेबी ने सुप्रीम कोर्ट को अडाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर बड़ी जानकारी दी है। आज उसका असर कंपनी के शेयर पर भी देखने को मिल रहा है।
Adani Group: अडानी ग्रुप के शेयर पर लगभग हर होज लोअर सर्किट लग जा रहा है। बाजार में कुछ ऐसे भी शेयर हैं, जिनपर अपर सर्किट लग रहा है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि ये दोनों क्या होता है? आइए जानते हैं।
Adani Group Share: अडाणी समूह की ओर से ग्रुप कंपनियों की वित्तीय सेहत को लेकर भरोसा दिए जाने के बाद भी शेयरों में बिकवाली थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में ये खबर हैरान करने वाली है।
सेंसेक्स में शामिल मारुति, महिंद्रा, टाटा मोटर्स, विप्रो, टीसीएस और इंफोसिस में गिरावट दर्ज की गई। वहीं, टाइटन, सन फार्मा, आईटीसी और एचयूएल में तेजी रही। बाजार को नीचे धकेलने में अडाणी ग्रुप की कंपनियों का भी योदगान रहा।
Indian Stock Market: समय बीता, हालात बदले और बाजी वापस से भारत के पाले में आ गई। यानि कि भारत ने फिर फ्रांस को मात दे दिया और टॉप-5 की रैंकिंग वापस से हासिल कर ली। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों हुआ था? और इसमें बदलाव कैसे हुआ?
Share Market opening: भारतीय शेयर बाजार के लिए बीता हफ्ता हिचकोलों से भरा हुआ था। अडानी समूह की कंपनियों की पिटाई, विदेशी निवेशकों की जबर्दस्त बिकवाली और रिजर्व बैंक की पॉलिसी के चलते शेयर बाजार का मूड पूरे हफ्ते बनता और बिगड़ता रहा।
शेयर बाजार से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, अन्य उभरते बाजारों की तुलना में भारतीय इक्विटी बाजार के ऊंचे मूल्यांकन को देखते हुए विदेशी निवेशक इस महीने अब तक 9,672 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी कर चुके हैं।
Sensex and Nifty Today: घरेलू शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 142 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ था, लेकिन आज की स्थिति बिलकुल अलग नजर आ रही है।
सेंसेक्स में शामिल इंडसइंड बैंक, एसबीआई और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में अच्छी तेजी दर्ज की गई। हालांकि, आज एक बार फिर अडाणी ग्रुप की कंपनियों में बिकवाली हवी रही।
बीएसई सेंसेक्स 377.75 अंक चढ़कर 60,663.79 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 146.00 अंक बढ़कर 17,867.50 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ब्याज दर पर निर्णय से तय होगी। इसके अलावा निवेशकों की निगाह कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों पर रहेगी।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 220.86 अंक टूटकर 60,286.04 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी में भी कमजोरी रही। एनएसई निफ्टी 43.10 अंक गिरकर 17,721.50 अंक पर बंद हुआ।
Share Market: हफ्ते के पहले ही दिन कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ था। अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार की धारणा प्रभावित हुई है। इसके चलते बाजार में शुरुआत से बिकवाली हावी रही। आज स्थिति बदल गई है।
कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 334.98 अंत लुढ़ककर 60,506.90 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी में भी कमजोरी देखने को मिली। निफ्टी 90.30 अंक टूटकर 18,800 के नीचे 17,763.75 अंक पर बंद हुआ।
Share Market Today: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी में भारतीय शेयर बाजारों से 28,852 करोड़ रुपये निकाले हैं। यह पिछले सात माह का एफपीआई निकासी का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है।
Share Market This Week: इस हफ्ते दुनियाभर में मंदी को लेकर चल रहे संकट के बीच भारतीय बाजार की निगाह मुख्य रूप से दो बातों पर टिकी रहेगी। यही तय करेगी कि आगे शेयर बाजार की दिशा क्या होगी?
Adani Group share Falling: कई लोगों को लगता है कि बाजार में अडानी ग्रुप के शेयर प्राइस गिरने के चलते उथल-पुथल मची हुई है। जबकि इसके पीछे का एक और कारण है, जिसके जिम्मेदार विदेशी लोग हैं। इस रिपोर्ट में इसी के बारे में खुलासा किया गया है।
लेटेस्ट न्यूज़