NSE को शुरुआती 4 करोड़ निवेशक रजिस्टर करने में 25 साल का समय लगा था। जिसके बाद NSE ने हर साल औसतन 6-7 महीनों में 1 करोड़ नए निवेशक जोड़े। आखिरी के 1 करोड़ निवेशकों को जोड़ने में सिर्फ 5 महीने का समय लगा।
2 अगस्त को खुला ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 6 अगस्त को बंद हो गया था। कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का बहुत अच्छा समर्थन नहीं मिला।
आज मिडस्मॉल हेल्थकेयर में 0.90 फीसदी, निफ्टी हेल्थकेयर में 0.13 फीसदी, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.09 फीसदी और निफ्टी फार्मा में 0.35 फीसदी की तेजी दर्ज हुई।
शेयर बाजार में पिछले हफ्ते शुक्रवार से चल रही गिरावट आखिरकार बुधवार को थम गई। बुधवार को सेंसेक्स 874.94 अंकों की तेजी के साथ 79,468.01 अंकों पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 304.95 अंकों के उछाल के साथ 24,297.50 अंकों पर बंद हुआ था।
यह इश्यू पूरी तरह से 2.56 करोड़ इक्विटी शेयरों की पेशकश-बिक्री (ओएफएस) है, जिसकी कीमत बैंड के ऊपरी छोर पर 276.6 करोड़ रुपये है। इसलिए, पूरी आय बेचने वाले शेयरधारकों को जाएगी।
Stock market news : बाजार में आज सबसे अधिक तेजी ओएनजीसी में 7.45 फीसदी, कोल इंडिया में 6.24 फीसदी, अडानी एंटरप्राइजेज में 3.70 फीसदी और अडानी पोर्ट्स में 3.35 फीसदी दर्ज हुई।
बीएसई सेंसेक्स 946.97 अंक उछलकर 79,540.04 अंक पर खुला है। वहीं, एनएसई 296.85 अंकों की तेजी के साथ 24,289.40 अंक पर पहुंच गया है।
एवरेजिंग करते वक्त कंपनी की बैलेंस शीट, कारोबारी मॉडल, वैल्यूएशन और आउटलुक जरूर देखें। ऐसा नहीं कि आप जिस भाव पर एवरेजिंग कर रहे हैं, उस भाव पर भी वह स्टॉक महंगा है।
जब भारत की बात आती है, तो यहां के बाजार की स्थिति ज्यादा बेहतर और अधिक लचीला नजर आता है, जैसा कि हमें सोमवार को देखने को मिला। भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को एक बार फिर से बेहतर वापसी की।
Share Market Outlook : दिग्गज अमेरिकी निवेशक जिम रोजर्स का कहना है कि शेयर बाजार में अगली बिकवाली भयंकर होगी। यह उनके जीवन की सबसे बड़ी बिकवाली होगी। इसलिए वे नकदी जुटाकर बैठे हुए हैं।
ओला इलेक्ट्रिक शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत ₹78.5 प्रति शेयर बताई गई, जो कि ₹76 के आईपीओ मूल्य से 3.29% अधिक है। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के ₹6,145 करोड़ के आरंभिक सार्वजनिक निर्मगप्रस्ताव को सोमवार को बोली के दूसरे दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया था।
Share market news : भारतीय शेयर बाजार आज बढ़त के साथ खुला था। कारोबार के दौरान भी करीब 1000 अंक की तेजी सेंसेक्स में दिखी। लेकिन धीरे-धीरे बाजार ने सारी तेजी खो दी और लाल निशान पर बंद हुआ।
अमेरिकी आर्थिक विश्लेषण ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अप्रैल से जून तिमाही के दौरान अमेरिकी जीडीपी 2.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी। अमेरिकी विकास दर इतनी जल्दी नकारात्मक में जाने की संभावना नहीं है।
अमेरिकी मार्केट का असर भारतीय शेयर बाजार पर जोरदार दिखा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स आज 2222 अंक की गिरावट के साथ 78,759 पर बंद हुआ।
Why share market fall today : ताइवान के स्टॉक एक्सचेंज में 57 साल की सबसे बड़ी गिरावट आई है। वहीं, जापान का शेयर बाजार 13 फीसदी गिर गया। साल 1987 के बाद यह जापानी शेयर बाजार में आई सबसे बड़ी गिरावट है।
Why share market fall today : अमेरिका में मंदी को लेकर चिंताओं के बढ़ने और मिडिल ईस्ट में इरान और इजराइल के बीच संघर्ष के व्यापक होने के खतरे के चलते आज दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट आई है।
‘फ्रंट-रनिंग’ एक ब्रोकर द्वारा शेयर या किसी अन्य वित्तीय परिसंपत्ति का व्यापार है, जिसे भविष्य के लेनदेन के बारे में अंदरूनी जानकारी होती है जो उस लेनदेन की कीमत को काफी हद तक प्रभावित करने वाला होता है।
अमेरिका द्वारा जारी किए गए आर्थिक आंकड़ों के बाद मंदी का जोखिम बढ़ने की संभावना गहरा गई है। जिसकी वजह से निवेशक शेयर बेचकर पैसा निकाल रहे हैं।
एनएसई के द्वारा 2008 में इंडिया VIX इंडेक्स की शुरुआत की गई थी। वैसे यह कंसेप्ट सबसे पहले शिकागो बोर्ड ऑप्शन एक्सचेंज द्वारा 1993 में पेश की गई थी।
बजट में मोदी सरकार की ओर से सरकार की ओर से कस्टम ड्यूटी कम करने से सोने की कीमत में बड़ी गिरावट आई है। हालांकि, अब और गिरावट की उम्मीद नहीं है।
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