हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट को बाजार के जानकारों ने सिरे से खारिज कर दिया है। केडियानॉमिक्स के संस्थापक और सीईओ सुशील केडिया ने कहा, "बदनाम शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की पोल 18 महीने पहले ही खुल चुकी है, जब उसने अदाणी ग्रुप को लेकर बड़े दावे किए थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हुई जांच में कुछ नहीं निकलकर आया।
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धबल बुच ने बरमूडा तथा मॉरीशस में अस्पष्ट विदेशी कोषों में अघोषित निवेश किया था।
कारोबार के आखिर में बीएसई मिडकैप सूचकांक स्थिर रहा, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक 0.5 प्रतिशत ऊपर रहा। कारोबार के दौरान रियल्टी में बढ़त और एफएमसीजी-पीएसयू बैंकों में गिरावट देखने को मिला।
ब्रोकरेज का मानना है कि इन सभी 8 शेयरों में 1.239 बिलियन डॉलर का पैसिव इनफ्लो आने की उम्मीद है। डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों में सबसे ज्यादा 192 मिलियन डॉलर का पैसिव इनफ्लो आने की उम्मीद है।
शुरुआत में निवेशकों को इस फर्जी डीमैट ऐप में खरीद-बिक्री और मुनाफा भी दिखाया जाता है। लेकिन जब निवेशक मोटी रकम डाल देता है या लगातार निवेश करता रहता है तो एक दिन वह अकाउंट बंद हो जाता है और उसका पूरा निवेश खत्म हो जाता है।
बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान गिरावट दर्ज की गई लेकिन अब मार्केट में रिकवरी देखी जा रही है। घरेलू शेयर बाजार के मौजूदा हालातों को देखते हुए इंडिया टीवी ने जाने-माने मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन के साथ खास बातचीत की और बाजार का आउटलुक जानने की कोशिश की।
बाजार खुलने के कुछ देर बाद सुबह 09.23 बजे तक सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से टाटा मोटर्स के शेयर सबसे ज्यादा 0.63 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 0.48 प्रतिशत और भारती एयरटेल के शेयर 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबी अवधि में म्यूचुअल फंड्स एसआईपी निवेशकों को औसतन 12 प्रतिशत का रिटर्न देता है। हालांकि, इसमें उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है। म्यूचुअल फंड एसआईपी में सिर्फ 500 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है।
इंडस्ट्री के डाटा के मुताबिक इन्वेस्को इंडिया फोकस्ड फंड, महिंद्रा मनुलाइफ फोकस्ड फंड, जेएम फोकस्ड फंड और एचडीएफसी फोकस्ड 30 फंड जैसे कुछ फोकस्ड फंड्स ने पिछले साल 40-60 प्रतिशत तक का भारी-भरकम रिटर्न दिया है।
गिफ्ट निफ्टी 10.50 अंक या 0.04% की गिरावट के साथ 24,370 पर कारोबार कर रहा है, जो घरेलू सूचकांक एनएसई निफ्टी 50 और बीएसई सेंसेक्स के लिए नकारात्मक शुरुआत दर्शाता है।
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए निवेश लगातार बढ़ने के कारण एसआईपी एयूएम बढ़कर 13,09,385.46 करोड़ रुपये हो गया है। यह एसआईपी एयूएम का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
एलआईसी ने वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-जून के दौरान शेयर बाजार में करीब 38,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। पिछले साल पहले इसी अवधि में ये राशि 23,300 करोड़ रुपये थी।
रेगुलर प्लान वाली म्यूचुअल फंड स्कीम्स का एक्सपेंस रेशो ज्यादा होता है। ज्यादा एक्सपेंस रेशो का निवेशकों के ओवरऑल रिटर्न पर प्रभाव पड़ता है क्योंकि फंड हाउस, डिस्ट्रिब्यूटर या एजेंट को दी जाने वाली फीस को निवेशकों पर डाल देता है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि भविष्य में बाजार में तेजी बने रहने की स्थिति में विदेशी निवेशक अधिक बिक्री कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि भारतीय इक्विटी बाजार का मूल्यांकन तुलनात्मक रूप से ऊंचा बना हुआ है।
इंफोसिस के मार्केट कैप में 20,973.19 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई और ये घटकर 7,35,277.28 करोड़ रुपये हो गया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का मार्केट कैप 19,157.77 करोड़ रुपये घटकर 15,30,469.11 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड में वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, "इस सप्ताह सबका ध्यान वैश्विक बाजारों पर रहेगा क्योंकि हम स्थिरता की लंबी अवधि के बाद कमजोरी का असर देख सकते हैं।
शुक्रवार को कंपनी के शेयर 6.25 रुपये (1.19%) की अच्छी बढ़त के साथ 529.40 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। कंपनी के शेयरों का मौजूदा भाव, इसके 52 हफ्तों के उच्च स्तर के आसपास ही बना हुआ है।
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक बाजार में लिस्टिंग होने के साथ ही निवेशक एफकॉम होल्डिंग्स के शेयर खरीदने के लिए टूट पड़े। कुछ ही देर में कंपनी के शेयरों में 5 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया और कंपनी के शेयर अपने लिस्टिंग वाले दिन ही 215.45 रुपये के भाव पर पहुंच गए।
दवा कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अरबिंदो फार्मा के रेवेन्यू में भी अच्छी बढ़ोतरी हुई है और ये 10.5 प्रतिशत की उछाल के साथ 7,567 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
आईआरएफसी ने इस हफ्ते शेयर बाजार एक्सचेंजों को बताया था कि 12 अगस्त, 2024 को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की एक अहम बैठक होने जा रही है।
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