चीन के शंघाई और शेनझेन शेयर बाजार में सोमवार को उस समय कारोबार रोक दिया गया जब जारी हुए कमजोर सरकारी आंकड़ों के बाद बाजार में एकाएक गिरावट देखने को मिली।
बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि वर्ष 2016 में अगर दलाल स्ट्रीट की यह विशलिस्ट पूरी होती है तो सेंसेक्स एक बार फिर 30000 के स्तर छू सकता है।
वर्ष 2016 के पहले कारोबारी दिन में शेयर बाजार में बढ़त देखने को मिली है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 50 अंक तक मजबूत हुआ है, तो निफ्टी 7960 के ऊपर पहुंचा है।
र्ष 2015 के आखिरी दिन बाजार मजबूती के साथ बंद हुआ और बंबई शेयर बाजार का सूचकांक करीब 158 अंक की बढ़त के साथ 26,117.54 अंक पर बंद हुआ।
दो दिन तक तेजी के बाद शेयर बाजार में आज गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स 26,000 के नीचे फिसल गया और निफ्टी भी 7,900 के नीचे आ गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 45.35 अंक बढ़कर 26079.48 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 3.80 अंक ऊपर 7928.95 अंक पर बंद हुआ।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक 2016 भी कमोडिटी (सोना, चांदी और क्रूड) के लिए खराब रहने वाला है। हालांकि शेयर बाजार एक बार फिर गुलजार हो सकता है।
शेयर बाजार में सोमवार को तेजी का रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 195.42 अंकों की तेजी के साथ 26,034.13 पर और निफ्टी 64.10 अंकों की तेजी के साथ 7,925.15 पर बंद हुआ
निवेशकों को 2015 में दोहरा झटका लगा है। शेयर और सोना दोनों ने ही निवेशकों को निराश किया। इस साल सोना और सेंसेक्स ने दिया 6% निगेटिव रिटर्न दिया है।
2014 में निवेशकों को मालामाल करने वाले शेयर बाजार ने इस निराश किया है। भारी उतार-चढ़ाव के बीच 2015 शेयर बाजार के लिए चार साल का सबसे बुरा दौर रहा।
शेयर बाजार में गुरुवार को गिरावट का रुख रहा। सेंसेक्स 11.59 अंकों की गिरावट के साथ 25,838.71 पर और निफ्टी 4.90 अंकों की गिरावट के साथ 7,861.05 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में बुधवार को तेजी का रुख रहा। सेंसेक्स 259.65 अंकों की तेजी के साथ 25,850.30 पर और निफ्टी 79.85 अंकों की तेजी के साथ 7,865.95 पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में मंगलवार को गिरावट रही। सेंसेक्स 145.25 अंकों की गिरावट के साथ 25,590.65 पर और निफ्टी 48.35 अंकों की गिरावट के साथ 7,786.10 पर बंद हुआ।
विदेशी बाजारों की तेजी और घरेलू स्तर पर बैंकिंग, रियल्टी, पावर और ऑटो कंपनियों में मजबूत खरीदारी से सोमवार को शेयर बाजार करीब एक फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए।
शेयर बाजार एक्सपर्ट्स के मुताबिक छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले चालू सप्ताह के दौरान घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2015-16 के लिए जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में कटौती करने से शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में पिछले चार दिनों की तेजी पर ब्रेक लग गया।
यूएस फेडरल रिजर्व की ओर से एक दशक बाद अपनी ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी के फैसले को भारतीय शेयर बाजार ने अपना समर्थन दिया है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि भारत अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दर में बढ़ोतरी से निपटने के लिए तैयार है। यह बात मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने आज कही।
एक दशक बाद अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने का असर भारतीय बाजारों पर असर दिखना शुरू हो गया है। कारोबार के शुरुआती में आई तेजी गायब होती नजर आ रही है।
शेयर बाजार में आज लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में तेजी रही और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 173.93 अंक की तेजी के साथ एक सप्ताह के उच्च स्तर 25,494.37 अंक पर बंद हुआ।
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