सितंबर की शुरुआत में मुख्य रूप से भारतीय बाजार के लचीलेपन के कारण एफपीआई द्वारा बेहतर खरीदारी देखी गई। एफपीआई ने 6 सितंबर तक एक्सचेंजों के माध्यम से इक्विटी में 9,642 करोड़ रुपये और 'प्राथमिक बाजार और अन्य' श्रेणी के माध्यम से 1,388 करोड़ रुपये का निवेश किया।
विश्लेषकों के अनुमान के अनुसार, एमएससीआई ईएम आईएमआई में हुए इस बदलाव के बाद भारतीय इक्विटी में लगभग 4 से 4.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रवाह दिखाई दे सकता है।
MSCI IMI इंडेक्स में 3355 कंपनियों के शेयर शामिल हैं, जिनमें लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां हैं। इस इंडेक्स में उभरते बाजार वाले 24 देशों के शेयर शामिल हैं।
आज सेंसेक्स में लिस्ट कंपनियों में भारतीय स्टेट बैंक के निवेशकों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ क्योंकि बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा 4.40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 2.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
बीएसई सेंसेक्स 1017.23 अंकों की गिरावट के साथ 81,183.93 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 भी 292.95 अंकों के नुकसान के साथ 24,852.15 अंकों पर बंद हुआ। आज लगातार तीसरा दिन था, जब बाजार में गिरावट दर्ज की गई है।
एक अध्ययन में कहा गया है कि बड़ी संख्या में निवेशक सिर्फ आईपीओ में हिस्सा लेने के लिए डीमैट खाते खोल रहे हैं। पिछले महीने, 10 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए करीब 17,000 करोड़ रुपये जुटाए।
निफ्टी पैक के शेयरों में शुक्रवार को सबसे अधिक तेजी एलटीआई माइंडट्री में 2.27 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 1.05 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 0.70 फीसदी, बीपीसीएल में 0.65 फीसदी और बजाज फिनसर्व में 0.56 फीसदी दर्ज हुई।
कंपनी के इस ऑफर का लक्ष्य ₹169.65 करोड़ जुटाना है, जो नए शेयरों और बिक्री के लिए प्रस्ताव (ओएफएस) का मिश्रण है। लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को बुक बिल्ड इश्यू का आधिकारिक रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।
सरकारी इंजीनियरिंग कंपनी ने 28 मई, 2024 को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने शेयरहोल्डरों के लिए 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 50 प्रतिशत यानी 5 रुपये के डिविडेंड का ऐलान किया था।
गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग आईपीओ बोली के लिए 2 सितंबर को खुला और 4 सितंबर को बंद हुआ। आखिरी बोली के दिन गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग आईपीओ सदस्यता स्थिति 201.41 गुना थी।
सबसे अधिक तेजी निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर में 0.94 फीसदी, निफ्टी ऑयल एंड गैस में 0.28 फीसदी, निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.28 फीसदी, निफ्टी हेल्थकेयर में 0.15 फीसदी दिखी।
ओएफएस के तहत लिस्टेड कंपनी शेयरों की बिक्री के लिए एक न्यूनतम कीमत तय करती है, जो आमतौर पर उस शेयर के मौजूदा भाव से कम ही होती है। बिक्री शुरू होने पर खरीदार शेयरों के लिए बोली लगाते हैं, जिसके बाद कंपनी बोलियों की समीक्षा करती है और फिर कंपनी खरीदारों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट कर देते हैं।
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निफ्टी 50 भी 81.15 अंकों की गिरावट के साथ 25,198.70 अंकों पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए और 11 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए। जबकि निफ्टी 50 की 50 में से 31 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और 18 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए।
कंपनी के आईपीओ के तहत 601 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री पूरी तरह से 1,80,00,000 इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए प्रस्ताव (ओएफएस) थी। आईपीओ की कीमत 318-334 रुपये प्रति शेयर थी।
कारोबार के दौरान ओएनजीसी, हिंडाल्को, विप्रो, एलटीआईमाइंडट्री और जेएसडब्ल्यू स्टील निफ्टी 50 में टॉप लूजर थे। एशियन पेंट्स, बीपीसीएल, सन फार्मा और हीरो मोटोकॉर्प 04 सितंबर को निफ्टी 50 में एकमात्र गेनर थे।
शेयरहोल्डरों को डिविडेंड देने के मामले में कंपनी का काफी तगड़ ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। बताते चलें कि इस सरकारी कंपनी ने अपने शेयरहोल्डरों को फरवरी 2024 में 5 रुपये का अंतरिम डिविडेंड, सितंबर 2023 में 5 रुपये का फाइनल डिविडेंड, फरवरी 2023 में 5 रुपये का अंतरिम डिविडेंड दिया था।
बीएसई सेंसेक्स 4.40 अंकों की गिरावट के साथ 82,555.44 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 1.15 अंक की बढ़त के साथ 25,279.85 अंकों पर बंद हुआ। बताते चलें कि आज सेंसेक्स 92.85 अंकों की बढ़त लेकर 82,652.69 अंकों पर खुला था और निफ्टी 34.7 अंकों की बढ़त के साथ 25,313.40 अंकों पर खुला था।
मार्केट के खुलने पर निफ्टी पर हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, कोल इंडिया, श्रीराम फाइनेंस, सिप्ला और ओएनजीसी प्रमुख लाभ में रहे, जबकि ग्रासिम इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, डॉ रेड्डीज लैब्स, कोल इंडिया और एशियन पेंट्स नुकसान में देखे गए।
बोली में खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) के हिस्से को 3. 15 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि गैर संस्थागत निवेशकों के लिए कोटा 2. 54 गुना सब्सक्राइब हुआ। आईपीओ में बोली 4 सितंबर को खत्म होगी।
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