पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98 प्रतिशत नीचे आया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1,180.8 अंक या 4.76 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
Share Market Outlook : भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली। सेंसेक्स इस हफ्ते 4000 पॉइंट गिर गया।
ममता मशीनरी लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसने एंकर निवेशकों से 53 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए हैं। गुजरात स्थित कंपनी की आरंभिक शेयर बिक्री पूरी तरह से प्रमोटरों द्वारा 73.82 लाख इक्विटी शेयरों की पेशकश (ओएफएस) है, जिसकी कीमत बैंड के ऊपरी छोर पर 179.38 करोड़ रुपये है।
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19 दिसंबर को 4.49 लाख करोड़ था जो 20 दिसंबर को घटकर 4.40 लाख करोड़ रह गया। इस तरह निवेशकों के एक दिन में 9 लाख करोड़ डूब गए।
शेयर बाजार में गिरावट जारी है। इससे निवेशकों को भारी नुकसान हो रह है। आरिखर क्या वजह है कि बाजार में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। आइए वजह जानते हैं।
निफ्टी पैक के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट एक्सिस बैंक में 1.31 फीसदी, लार्सन एंड टुब्रो में 1.08 फीसदी, आईटीसी में 1.01 फीसदी, जेएसडबल्यू स्टील में 0.99 फीसदी और सिप्ला में 0.86 फीसदी दिखी।
म्यूचुअल फंड के जोखिम के पीछे कई फैक्टर होते हैं। इनमें अर्थव्यवस्था में बदलाव, ब्याज दरें, भू-राजनीतिक स्थिति, कंपनी प्रबंधन आदि, सभी म्यूचुअल फंड के जोखिम में योगदान करते हैं।
जानकारों का कहना है कि एफपीआई तभी वापस आएंगे जब उन्हें भारतीय कंपनियों में आय में वृद्धि दिखाई देगी, जो अगले साल की दूसरी छमाही में होगी। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में आय वृद्धि बढ़कर 17 प्रतिशत हो जाएगी, जबकि वित्त वर्ष 25 के लिए इसका अनुमान 4 प्रतिशत है।
आज के कारोबार के दौरान फार्मा को छोड़कर सभी सेक्टरों ने भारी गिरावट के साथ सत्र का समापन किया। सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी आईटी, निफ्टी ऑटो और बैंक निफ्टी में देखी गई। यह करीब 2 प्रतिशत लुढ़क गए।
Stock market Crash : शेयर मार्केट इस बात पर नजर बनाए हुए था कि फेड साल 2025 में रेट कट को लेकर क्या संकेत देता है और इस मामले में निराशा हाथ लगी है। फेड का अनुमान है कि 2025 में 2 बार ही 0.25 फीसदी की कटौती हो सकती है।
जितना पैसा आप खो सकते हैं, उससे ज़्यादा रिस्क में डालने से बचें। नुकसान को लिमिटेड करने और अपने जोखिम-इनाम रेशियो का पालन करने के लिए सख्त स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट करें।
Closing Bell: आज के कारोबार के दौरान फार्मा को छोड़कर बाकी सभी सूचकांक लाल निशान पर बंद हुए। टाटा मोटर्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, पावर ग्रिड कॉर्प, जेएसडब्ल्यू स्टील और एनटीपीसी में गिरावट दर्ज की गई।
निफ्टी पैक के शेयरों में सबसे अधिक तेजी अपोलो हॉस्पिटल, टेक महिंद्रा और नेस्ले इंडिया में देखने को मिली। वहीं, सबसे अधिक गिरावट पावरग्रिड, बीपीसीएल, इंडसइंड बैंक, जेएसडबल्यू स्टील और ट्रेंट में दिखाई दी।
शेयर बाजार में आज के कारोबार में श्रीराम फाइनेंस, भारती एयरटेल, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, हीरो मोटोकॉर्प और जेएसडब्ल्यू स्टील निफ्टी पर सबसे ज्यादा नुकसान वाले स्टॉक्स रहे, जबकि सिप्ला को फायदा हुआ।
मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व इस सप्ताह नीतिगत दर पर निर्णय लेगा। इसको देखते हुए निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया जिससे वैश्विक बाजार में नरमी बनी हुई है।
रियल्टी इंडेक्स में 3 प्रतिशत, मीडिया इंडेक्स में 1.5 प्रतिशत और पीएसयू बैंक इंडेक्स में 0.5 प्रतिशत की तेजी आई, जबकि आईटी, मेटल, ऑयल एंड गैस में 0.5-1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार गिरकर खुला है। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग तथा जापान का निक्की नुकसान में रहे, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट फायदे में रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे।
निवेशकों में उम्मीद बनी है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में कटौती करेगा। वहीं, खुदरा महंगाई अक्टूबर के 6.21% से घटकर नवंबर में 5.48 प्रतिशत रह गई है। इससे बाजार को बल मिलेगा।
समीक्षाधीन सप्ताह में जहां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और इन्फोसिस के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई।
शेयर बाजार निवेशकों के लिए सोमवार काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। भारतीय बाजार की आगे की दिशा बाजार की मजबूती से तय होगी। अगर बाजार में तेजी जार रहेगी तो और तेजी देखने को मिलेगी।
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