27 सितंबर को सेंसेक्स 85,978.25 अंकों पर बंद हुआ था तो वहीं दूसरी ओर निफ्टी 50 भी 26,277.35 अंकों के अपने ऑल टाइम हाई पर बंद हुआ था। उसके बाद से बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। शेयर बाजार में जारी इस तबाही की वजह से निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
निफ्टी पर टेक महिंद्रा, टीसीएस, हिंडाल्को, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक प्रमुख लाभ में रहे, जबकि एसबीआई, एनटीपीसी, डॉ रेड्डीज लैब्स, ब्रिटानिया और ओएनजीसी नुकसान में रहे।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कंपनी द्वारा दिया जाने वाला ये पहला अंतरिम डिविडेंड होगा। Veedol ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था कि कंपनी ने इस डिविडेंड के लिए शुक्रवार, 22 नवंबर को रिकॉर्ड डेट फिक्स किया है। यानी 22 नवंबर को कंपनी के शेयर एक्स-डिविडेंड ट्रेड करेंगे।
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ ने योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए 75% से कम शेयरों को रिजर्व किया है, गैर-संस्थागत संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए 15% से अधिक नहीं, और प्रस्ताव का 10% से अधिक खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित नहीं किया है।
बीते सत्र में बीएसई सेंसेक्स 239.37 अंकों की बढ़त के साथ 77,578.38 अंकों पर बंद हुआ और निफ्टी 50 भी सिर्फ 64.70 अंकों की बढ़त के साथ 23,518.50 अंकों पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में जारी गिरावट के बीच म्यूचुअल फंड निवेशकों का पोर्टफोलियो लगभग तबाह हो चुका है। हालांकि, बाजार में आज जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही थी लेकिन अंत में आकर बड़ी बढ़त, मामूली बढ़त में बदल गई। पिछले 1 महीने के दौरान कंजम्पशन बेस्ड फंडों में 9.18% का नुकसान दर्ज किया गया।
मौजूदा समय में कंपनी के प्रमोटर्स के पास 90 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी है। सात्विक ग्रीन एनर्जी इस जुटाई गई राशि का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, उधारी के भुगतान के लिए कर्ज आदि के लिए करेगी।
निफ्टी पर ट्रेंट, बीपीसीएल, इंफोसिस, एनटीपीसी और अदानी पोर्ट्स प्रमुख लाभ में रहे, जबकि डॉ रेड्डीज लैब्स, श्रीराम फाइनेंस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एशियन पेंट्स और जेएसडब्ल्यू स्टील में गिरावट दर्ज की गई।
क्षेत्रीय सूचकांकों में, निफ्टी आईटी सबसे अधिक 0.8% लुढ़का। भारत के कुल शेयर बाजार पूंजीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) की हिस्सेदारी नवंबर में तीव्र सुधार के बीच 11 महीने के निचले स्तर पर आ गई है।
इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 13,681.37 करोड़ रुपये बढ़कर 7,73,962.50 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का एमकैप 416.08 करोड़ रुपये बढ़कर 15,00,113.36 करोड़ रुपये हो गया।
सीएलएसए ने अक्टूबर की शुरुआत में भारत में अपना निवेश कुछ कम करने हुए, चीन में निवेश बढ़ाया था। ब्रोकरेज ने कहा कि अब वह इस प्रक्रिया को उलट रहा है, यानी भारत में निवेश फिर से बढ़ाने जा रहा है।
CLSA ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों के लिए मौजूदा लेवल से 30 प्रतिशत के अपसाइड के साथ 1650 रुपये का टारगेट दिया है। बताते चलें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का मौजूदा भाव 1267.70 रुपये है। कंपनी के शेयर गुरुवार को 15.45 रुपये (1.23%) की अच्छी बढ़त के साथ 1267.70 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
छुट्टी के चलते यह सप्ताह शेयर बाजार के हिसाब से छोटा रह गया। साल 2024 में शेयर बाजार की छुट्टियों की लिस्ट के मुताबिक, नवंबर में भारतीय शेयर बाजार तीन कार्य दिवसों पर बंद रहेगा।
भारत के संदर्भ में, लिस्टेड कंपनियां अपनी होल्डिंग कंपनियों या होल्डिंग कंपनी से जुड़ी सब्सिडरी कंपनियों को ब्रांड के इस्तेमाल, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर आदि के लिए रॉयल्टी भुगतान करती हैं।
गुरु नानक जयंती पर कल स्टॉक मार्केट और बैंक बंद रहेंगे। इसलिए अगर आप शेयर बाजार निवेशक हैं तो कल छुट्टी का आनंद लें। बैंक में भी कोई काम नहीं होगा।
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ 27 नवंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्टेड होगा। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ में खुदरा निवेशक को एक लॉट में न्यूनतम 138 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी। यह 14,904 रुपये के बराबर है।
निफ्टी पैक के शेयरों में सबसे अधिक तेजी आयशर मोटर्स में 7.01 फीसदी, एचसीएल टेक में 1.60 फीसदी, हिंडाल्को में 1.18 फीसदी, एशियन पेंट में 0.66 फीसदी और अडानी एंटरप्राइजेज में 0.62 फीसदी दिखी।
शेयर बाजार निवेशक डरे हुए हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि यह बाजार कहां तक टूट सकता है। अगर आप भी उन निवेशकों में हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। बाजार में तेजी लौटेगी।
एनबीसीसी के रेवेन्यू में भी शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है। एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड ने बुधवार, 13 नवंबर को एक एक्सचेंज फाइलिंग में शेयर बाजार को बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 19.4 प्रतिशत बढ़कर 2459 करोड़ रुपये रहा।
भारतीय शेयर बाजार में लगभग डेढ़ महीने से गिरावट का दौर चल रहा है और ऐसी परिस्थितियों में स्विगी का बाजार में बढ़त के साथ लिस्ट होना और फिर बढ़त लेकर हरे निशान में बंद होना ही अपने आप में एक बड़ी बात है।
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