देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Airtel के बाद अब Idea भी जून से पेमेंट बैंकिंग शुरू करने जा रही है। आइडिया अब ग्राहकों को सेविंग्स एकाउंट पर ब्याज देगी।
गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स व्यवस्था में सर्विस सेक्टर पर 18 प्रतिशत सर्विस टैक्स रेट लगाया जा सकता है, जो कि वर्तमान में 15 प्रतिशत है।
देश का सर्विस सेक्टर PMI में लगातार दूसरे महीने बढ़ा। निक्केई सर्विसिज के मुताबिक फरवरी के मुकाबले मार्च में सर्विस सेक्टर PMI 50.3 से बढ़कर 51.5 हो गया है।
1 अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हो रहा है। कई सेवाएं हैं, जिनके लिए आपको नए साल में अधिक कीमत चुकानी होगी और जुर्माना भी देना पड़ेगा।
सरकार ने सभी विभागों और मंत्रालयों से सरकारी ई-मार्केट प्लेस (जीईएम) से वस्तुओं और सेवाओं की ऑनलाइन खरीदारी को अनिवार्य कर दिया है।
देश के सेवा क्षेत्र में अक्टूबर के बाद पहली बार फरवरी में फिर रौनक देखने को मिली है। तीन महीने के बाद पिछले माह सेवा क्षेत्र के कारोबार में सुधार आया है।
चीन इस साल प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों में और 5 लाख नौकरियों में कटौती करेगा। सर्विसेस या इंटरनेट संबंधी बिजनेस में नए जॉब पैदा करने के लिए सहयोग भी करेगा।
अाने वाले दिनों में 5G मोबाइल नेटवर्क्स के मुकाबले 10 गुना ज्यादा तेजी से डेटा ट्रांसमिट कर सकता है। इस नई टेक्नोलॉजी से डाउनलोड स्पीड बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी
नोटबंदी का असर देश के सर्विस सेक्टर की गतिविधियों पर पड़ा है। दिसंबर में लगातार दूसरे महीने सर्विस सेक्टर के कारोबार में संकुचन हुआ और नए ऑर्डर भी घटे हैं।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक आंकड़े इस सप्ताह बाजार की चाल तय करेंगे।
भारत को उम्मीद है कि 2017 में WTO सेवा क्षेत्र में व्यापार नियमों को सरल बनाने और दोहा दौर की बातचीत को उसके अंजाम तक पहुंचाने की दिशा में कुछ ठोस पहल करेगा
दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के दौरान GDP ग्रोथ दर 7.3 प्रतिशत रही है। इससे पहले चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.1 प्रतिशत रही थी।
लक्जरी कार मेकर कंपनी BMW इंडिया ने Ola साथ समझौता किया है जिसके अंतर्गत लोगों को भारत में लक्जरी राइड की सुविधा दी जाएगी।
निक्की इंडिया सर्विसेज परचेसिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) सितंबर में 52 रहा जो अगस्त में 54.7 पर था। PMI में कमी ग्रोथ की धीमी रफ्तार को प्रदर्शित करता है।
भारत की सेवा क्षेत्र (सर्विस सेक्टर ) की गतिविधि में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज हुई और जुलाई में यह तीन महीने के उच्चतम स्तर पर रही।
देश के सर्विस सेक्टर में नए ऑर्डर में धीमी ग्रोथ और मैन्युफैक्चरर्स के ऑर्डर बुक स्थिर रहने के कारण अप्रैल में प्राइवेट सेक्टर की गतिविधि घटी है।
दक्षिण एशियाई देशों को सर्विस बिजनेस में मजबूत कारोबारी एजेंडे के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है क्योंकि इसमें दक्षेस देशों में काफी संभावना है।
फरवरी के दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधि नए आर्डर में कमी के कारण तीन महीने के न्यूनतम स्तर पर रही। उम्मीद है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में कटौती करेगा।
देश के सर्विस सेक्टर की ग्रोथ (जो देश में दूसरा सबसे बड़ा रोजगार देने वाला क्षेत्र है) की रफ्ता धीमी पड़ती दिख रही है।
भारत का सर्विस सेक्टर, नए कारोबारी ऑर्डर में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी के मद्देनजर दिसंबर में 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया
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