1 जून से सभी सर्विस के इस्तेमाल के एवज में आपको अतिरिक्त सर्विस टैक्स का भुगतान करने जा रहा है। बैंक भी सर्विस चार्ज में बढ़ोत्तरी का एलान कर चुके हैं।
सभी स्पेक्ट्रम आवंटन तथा लाइसेंसी के बीच लेनदेन पर 15 फीसदी का सेवा कर लगाने के प्रस्ताव से वित्तीय दूरसंचार उद्योग बुरी तरह प्रभावित होगा।
देश के सर्विस सेक्टर में नए ऑर्डर में धीमी ग्रोथ और मैन्युफैक्चरर्स के ऑर्डर बुक स्थिर रहने के कारण अप्रैल में प्राइवेट सेक्टर की गतिविधि घटी है।
इंडस्ट्री बॉडी और कंसल्टिंग कम्पनीज ने सरकारी सेवाओं पर नए सर्विस टैक्स पर आपत्ति जताई और कहा कि इस पहल से काफी विवाद पैदा हो सकता है।
दक्षिण एशियाई देशों को सर्विस बिजनेस में मजबूत कारोबारी एजेंडे के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है क्योंकि इसमें दक्षेस देशों में काफी संभावना है।
सीओएआई ने कहा, वित्त विधेयक 2016 में स्पेक्ट्रम आवंटन को सर्विस टैक्स के दायरे में लाने से टेलीफोन सेवाएं महंगी होंगी हो जाएंगी।
सरकार वस्तु एवं सेवाकर (GST) लागू होने के एक साल के भीतर कृषि कल्याण और ढांचागत उपकर जैसे सभी अतिरिक्त करों को इसमें समाहित कर लेगी।
फरवरी के दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधि नए आर्डर में कमी के कारण तीन महीने के न्यूनतम स्तर पर रही। उम्मीद है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में कटौती करेगा।
सर्विस टैक्स के बाद अब एटीएफ की कीमतों में बढ़ोतरी से हवाई सफर करना महंगा हो सकता है। तेल कंपनियों ने एटीएफ की कीमत में 12 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
वित्त मंत्री ने सभी टैक्सेबल सर्विसेस पर 0.5 फीसदी कृषि कल्याण सेस लगाया गया है, जिससे सर्विस टैक्स बढ़ने से सभी कुछ महंगा हो जाएगा।
देश के सर्विस सेक्टर की ग्रोथ (जो देश में दूसरा सबसे बड़ा रोजगार देने वाला क्षेत्र है) की रफ्ता धीमी पड़ती दिख रही है।
भारत का सर्विस सेक्टर, नए कारोबारी ऑर्डर में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी के मद्देनजर दिसंबर में 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया
दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने नया फीचर ‘सर्विस’ की शुरु किया है। इसके तहत आप मोटरसाइकिल सर्विस और डेन्टिस्ट को बुला सकते हैं।
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