बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में भी गिरावट रही।
आज मंगलवार को भी शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में तेजी देखने को मिल रही है। एफपीआई को राहत देने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से घरेलू शेयर बाजार उत्साहित है।
अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किए गए कई बड़े ऐलान के बाद आज सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में बढ़त देखने को मिल रही है।
घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को भी निवेशकों में निराशाजनक रुझान के कारण गिरावट का सिलसिला जारी रहा। शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 370 अंक लुढ़का जबकि एनएसई के प्रमुख सूचकांक निफ्टी में भी 100 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई।
निफ्टी 13.4 अंकों की गिरावट के साथ 10,905.30 पर खुला और 182.30 अंकों या 1.67 फीसदी गिरावट के साथ 10,736.40 पर बंद हुआ।
वैश्विक आर्थिक नरमी गहराने की आशंकाओं के बीच एशियाई बाजारों के नरम संकेतों से गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 37 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 98.30 अंक या 0.89 प्रतिशत के नुकसान से 10,918.70 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार आज बुधवार को लाल निशान में खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 42.42 अंकों की गिरावट के साथ 37,285.59 अंक पर खुला।
वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनियों की कमाई भी सुस्त रही। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को पूंजी बाजार से 305.74 करोड़ रुपए निकाले।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह संयुक्त रूप से 84,354.1 करोड़ रुपये की कमी आई। इसमें टीसीएस को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा। शीर्ष 10 कंपनियों में से केवल आरआईएल की बाजार हैसियत में वृद्धि देखने को मिली।
एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकतों के बीच शेयर बाजार में आज शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट देखने को मिल रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 337 अंक गिरकर 36,974.41 पर कारोबार करता दिखा।
घरेलू शेयर बाजारों में यह गिरावट कमजोर वैश्विक संकेतों और अमेरिका व चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव की वजह से देखने को मिली है।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से सात कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह संयुक्त रूप से 87,966 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई। हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक लाभ में रहे।
घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार लगातार दूसरे दिन मजबूत कारोबारी रुझान से गुलजार दिखा। विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों और सकारात्मक घरेलू कारकों से शुरूआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 380 अंकों की तेजी के साथ 37,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर चला गया। वहीं, निफ्टी भी 100 अंक से ज्यादा उछला।
नरम घरेलू संकेतों के कारण गुरुवार को शुरुआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजार भारी उथल-पुथल में रहे। शुरुआती कारोबार में बीएसई के 30 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में करीब 250 अंकों का उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
घरेलू शेयर बाजार आज बुधवार को गिरावट के साथ लाल निशान पर बंद हुआ। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में 0.35 फीसदी की कटौती करने के बाद भी शेयर बाजार की हालत में कोई सुधार देखने को नहीं मिला।
आज बुधवार को शेयर बाजार बढ़त के साथ खुला, लेकिन कारोबार के कुछ ही मिनटों में लाल निशान पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 89,535 करोड़ रुपये की गिरावट आई। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को सबसे अधिक नुकसान हुआ।
ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका और ग्लोबल बाजारों में भारी गिरावट के बीच घरेलू शेयर बाजार में भी आज शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में ही बड़ी गिरवाट देखी जा रही है।
घरेलू शेयर बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिल रही है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 400 अंक लुढ़क गया है।
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