एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, एशियन पेंट्स और एचसीएल टेक के शेयरों में बढ़त से शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 150 से अधिक अंक चढ़ गया।
सरकारी बैंकों का इंडेक्स आज 9 प्रतिशत से ज्यादा टूट गया। इंडेक्स में शामिल सभी 13 स्टॉक 6 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं शेयर बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिली
आज के शुरुआती कारोबार में फार्मा सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर इंडेक्स में तेज गिरावट देखने को मिल रही है। सरकारी बैंकों में सबसे ज्यादा नुकसान दर्ज हुआ है।
आज के कारोबार में सरकारी बैंकों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। इंडेक्स आज 0.85 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ है। निजी बैंकों का इंडेक्स 0.63 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ है। दूसरी तरफ मेटल सेक्टर इंडेक्स में 4 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।
सकारात्मक वैश्विक संकेतों और एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और इंफोसिस जैसे बड़े शेयरों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 300 अंकों से अधिक की तेजी आई।
आज सबसे ज्यादा नुकसान सरकारी बैंकों में देखने को मिली। इंडेक्स 4 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं रियल्टी सेक्टर और निजी क्षेत्र के बैंकों में 3 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट रही।
कंपनियों के तिमाही नतीजों की शुरुआत होने वाली है, वहीं इसी हफ्ते पॉलिसी समीक्षा के नतीजे भी आने हैं, ऐसे में बाजार पहले से ही सतर्क रुख अपना रहा है। वहीं दूसरी तरफ कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड तेजी से अनिश्तितता भी बढ़ गई है।
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकान्त दास की अगुवाई वाली एमपीसी की बैठक पांच से सात अप्रैल तक होनी है। इसके अलावा इस सप्ताह विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के पीएमआई आंकड़े आने हैं। इससे भी बाजार की धारणा पर असर होगा।
शीर्ष दस कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एसबीआई और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
शेयर बाजार ने चालू वित्त वर्ष में विभिन्न बाधाओं के बावजूद निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया। कोविड-19 संकट और अर्थव्यवस्था पर पड़े उसके प्रभाव के बाद भी बीएसई सेंसेक्स में 66 प्रतिशत से अधिक की तेजी आयी।
एनर्जी सेक्टर 2.91 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ है। इसके अलावा ऑटो, एफएमसीजी, आईटी और सरकारी बैंकों का इंडेक्स 2-2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ।
सरकारी बैंकों के इंडेक्स 3.3 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ है। वहीं मेटल सेक्टर इंडेक्स में 3.24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। बैंकिंग, ऑटो और रियल्टी सेक्टर इंडेक्स 2-2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ है।
सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 2.91 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। वही निजी क्षेत्र के बैंकों में 1.73 प्रतिशत की बढ़त रही थी। ऑटो और फार्मा सेक्टर में करीब आधा प्रतिशत की बढ़त रही
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा गिरावट बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिली है। इंडेक्स 1.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ है। निजी क्षेत्र के बैंकों के इंडेक्स में 1.7 प्रतिशत और सरकारी बैंकों के इंडेक्स में 1 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट रही है।
RIL में शुरुआती कारोबार में 1.5 प्रतिशत और एचडीएफसी बैंक में 1 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट रही। बैंकिंग सेक्टर इंडेक्स में आधा फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। वहीं फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर इंडेक्स भी आधा फीसदी नीचे रहा।
जानकार बताते हैं कि घरेलू शेयर बाजार की दिशा तय करने में इस समय जो सबसे अहम कारक है वह अमेरिकी बांड बाजार है क्योंकि बांड से ज्यादा रिटर्न मिलने की उम्मीदों में विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से अपने पैसे निकालते हैं जिससे बिकवाली का दबाव बना रहता है।
आज RIL 3 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुआ है। वही एचयूएल में 4 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त रही है। इंफोसिस में करीब एक प्रतिशत और टीसीएस में आधा प्रतिशत से ज्यादा की तेजी रही है।
बाजार में आज चौतरफा गिरावट देखने को मिली है। सबसे ज्यादा गिरावट सरकारी बैंकों में दर्ज हुई। इंडेक्स 3.77 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। मेटल सेक्टर इंडेक्स 2.46 प्रतिशत, फार्मा सेक्टर 1.88 प्रतिशत ऑटो सेक्टर 1.85 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ
वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने से स्थानीय शेयर बाजारों में भी मंगलवार को तेजी का रुख रहा।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 993 अंक की गिरावट के साथ 49799 के दिन के निचले स्तरों पर पहुंच गया। वहीं दूसरी तरफ निफ्टी 284 अंक की गिरावट के साथ 14746 के निचले स्तरों पर पहुंचा।
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