अमेरिका और ब्रिटेन के जीडीपी के आंकड़ों, यूरोपीय संघ की मुद्रास्फीति, अमेरिका और चीन के मैनुफैक्चरिंग पीएमआई और भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट नतीजों का मार्केट पर असर देखने को मिलेगा।
हफ्ते के आखिरी दिन बीएसई सेंसेक्स 221.09 अंक टूटकर 66,009.15 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 56.70 अंक लुढ़ककर 19,685.65 अंक पर बंद हुआ।
बाजार में चौतरफा बिकवाली आने से बीएसई सेंसेक्स 570.60 अंक टूटकर 66,230.24 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 159.05 अंक लुढ़ककर 19,742.35 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ 6 शेयर हरे निशान में और 24 बड़ी गिरावट के साथ लाल में बंद हुए। रिलायंस इंडस्ट्रीज से लेकर एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। एचडीएफसी बैंक का शेयर 3.84% टूटकर 1565.50 रुपये पर बंद हुआ। रिलांयस के शेयरों में भी 2% से अधिक की गिरावट रही।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का बेंचमार्क सेंसेक्स (Sensex) करीब 450 अंक टूटकर 67147 अंक के लेवल पर खुला।
बीएसई सेंसेक्स 241.79 अंक टूटकर 67,596.84 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 59.05 अंक टूटकर 20,133.30 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले भारतीय बाजार में ससबे लंबी रैली देखने को मिली थी। सेंसेक्स पिछले हफ्ते शुक्रवार को लगातार 11वें कारोबारी सेशन में उछलकर बंद हुआ था।
बाजार एक बार फिर से मजबूत हो रहे हैं और मिड-कैप और स्मॉल-कैप काउंटरों से महत्वपूर्ण भागीदारी दिखाई दे रही है। इससे सूचकांक को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है। विशेष रूप से मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
घरेलू स्टॉक मार्केट ने कमजोर शुरुआत की है। कारोबार के दौरान टाटा स्टील, बीईएल और ओएनजीसी जैसे स्टॉक्स पर फोकस रहने की उम्मीद है।
शुक्रवार को लगातार 11वें कारोबारी सत्र में सेंसेक्स लाभ में रहा और 319.63 अंक या 0.47 प्रतिशत की छलांग के साथ 67,838.63 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मजबूत त्योहारी मांग और सौदे मिलने की उम्मीद में ऑटो और आईटी शेयरों में नए सिरे से खरीदारी से बाजार नई दिशा की ओर बढ़ रहा है। चीन के उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों की उम्मीदों ने वैश्विक बाजारों में उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
आपको बता दें कि इस महीने के 15 सितंबर तक शेयर बाजार में 11 दिन का कारोबार हुआ है। इसमें सेंसेक्स लगातार 11 दिन चढ़ा है।
दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्स 52.01 अंक की बढ़त के साथ 67,519 अंक पर और निफ्टी 33.10 अंक चढ़कर 20,103.10 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ।
एक्सपर्ट का कहना है कि आईटी, एफएमसीजी, ऑटो, रिलायंस जैसे सेक्टर में अभी भी बड़ी तेजी नहीं आई है।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 31 लाभ में जबकि 19 नुकसान में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल सबसे ज्यादा 2.72 प्रतिशत मजबूत हुआ।
मिड कैप शेयरों पर दबाव बढ़ा है। मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में मंगलवार को 3-4% की भारी गिरावट देखी गई।
निवेशकों को यह नुकसान मुनाफावसूली के कारण आई। अधिकांश कंपनियों के शेयरों में बड़ी बिकवाली आने से गिरावट आ गई। इसके चलते निवेशकों को इतनी बड़ी चपत लग गई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी मजबूती के साथ 19900 अंक के आस-पास कारोबार करता दिखा. बता दें,पिछले हफ्ते लगातार छह दिन मार्केट ने पॉजिटिव परफॉर्मेंस दिया था.
बीएसई सेंसेक्स 333.35 अंकों की बढ़त के साथ 66,598.91 अंक और एनएसई निफ्टी 92.90 अंक चढ़कर 19,819.95 अंक पर बंद हुआ।
जियोजित फाइनेंशियल के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि सितंबर में अब तक एफआईआई ने नकदी बाजार में 8,608 करोड़ की बिकवाली की है और डीआईआई ने 5,715 करोड़ की खरीदारी की है।
निफ्टी लगातार पांचवें दिन 116 अंक (+0.6 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 19,727 के स्तर पर बंद हुआ।
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