वैश्विक बाजारों में तेजी के चलते सेंसेक्स और निफ्टी 50 में बुधवार को लगातार दूसरे सत्र में तेजी दर्ज की गई। बाजार में यह तेजी फेड से मिले संकेत के बाद आई है। फेड अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि दरों में बढ़ोतरी खत्म हो सकती है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी 79 अंक ऊपर चढ़कर 19769 के लेवल पर कारोबार करता देखा गया। निफ्टी पर डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, एक्सिस बैंक, यूपीएल, एलटीआईमाइंडट्री और एचडीएफसी लाइफ सबसे ज्यादा मजबूत होने वाले स्टॉक रहे।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अगर इजराइल ने गाजा में जमीनी कार्रवाई शुरू कर दी तो स्थिति और खराब हो सकती है। आर्थिक और बाजार के रुझानों के विपरीत, भूराजनीतिक विकास की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। यह अनिश्चितता बाज़ारों पर असर डालेगी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का बेंचमार्क निफ्टी (Nifty) भी मार्केट खुलते समय 72 अंक की बढ़त के साथ 19,585 अंक के लेवल पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई सेंसेक्स 483.24 अंक टूटकर 65,512.39 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 142.60 अंक लुढ़ककर 19,510.90 अंक पर बंद हुआ। बाजार में बड़ी बिकवाली आने से निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर सेंसेक्स 471.26 अंक की तेज गिरावट के साथ 65524.37 के लेवल पर कारोबार करता दिखा।
बीएसई सेंसेक्स 364.06 अंक की तेजी के साथ 65,995.63 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, कारोबार के दौरान एक बार सेंसेक्स ने 66 हजार के अहम लेवल को पार भी किया। बाद में मुनाफावसूली से नीचे आ गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी 105.70 अंक उछलकर 19,651.45 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार खत्म होने पर सेंसेक्स 405.53 अंक चढ़कर 65,631.57अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 108.20 अंक की तेजी के साथ 19,544.30 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 शेयरों में तेजी रही। सबसे अधिक उछाल एलएंडटी के शेयरों में रही।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी और टाटा मोटर्स के शेयर लाभ में रहे। वहीं पावर ग्रिड और नेस्ले के शेयर में गिरावट आई। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की,चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग फायदे में रहे।
बीएसई सेंसेक्स 286.06 अंक टूटकर 65,226.04 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 21 शेयरों में गिरावट और सिर्फ 9 में तेजी रही। वहीं, निफ्टी 92.65 अंक लुढ़ककर 19,436.10 पर बंद हुआ। आज के कारोबार में बैंकिंग और वाहन कंपनियों के स्टॉक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली। दिनभर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
बीएसई सेंसेक्स 316.31 अंक टूटकर 65,512.10 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 116.15 अंक लुढ़ककर 19,522.15 अंक पर बंद हुआ। ग्लोबल मार्केट में बड़ी गिरावट का असर आज भारतीय बाजार पर देखने को मिला। साथ ही विदेशी निवेशकों की बिकवाली का भी असर रहा। इसके चलते बाजार में गिरावट बढ़ी।
वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और विदेशी निवेशकों की निकासी से भारतीय बाजार में गिरावट बढ़ी है। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में रहने से भी दबाब बढ़ा है। दुनिया में आर्थिक सुस्ती से भी निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है।
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, एसबीआई, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स मार्केट खुलने पर 197 अंक मजबूत होकर 65705 के लेवल पर कारोबार करता दिखा।
बीएसई सेंसेक्स 610.37 अंक टूटकर 65,508.32 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 192.90 अंक लुढ़ककर 19,523.55 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 शेयरों में गिरावट और सिर्फ 5 में तेजी रही। टेकमहिंद्रा के शेयर में सबसे अधिक 4 फीसदी से अधिक की गिरावट देखने को मिली।
प्री-ओपन मार्केट सत्र में भी आज सुबह बाजार में जोश देखा गया। तब सेंसेक्स 412 अंक मजबूत होकर 66,530 के लेवल पर था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 202.34 अंक टूटकर 65,743.13 अंक पर खुला था। एनएसई निफ्टी 60.55 अंक के नुकसान से 19,604.15 अंक पर खुला था। अमेरिकी बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
सेंसेक्स 65787 के लेवल पर कारोबार करता दिखा। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी टूटकर ओपन हुआ
बीएसई सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 14.54 अंक चढ़कर एक बार फिर 66 हजार के पार 66,023.69 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 1.30 अंक की मामूली तेजी के साथ 19,675.55 अंक पर बंद हुआ।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ''वैश्विक चिंताओं को देखते हुए हम निकट भविष्य में बाजार पर दबाव की उम्मीद कर रहे हैं।
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