पिछले कुछ महीने से गिरावट का रुझान है। कई लॉर्ज कैप और मिड कैप शेयरों में 40% तक करेक्शन आ चुका है।
एक से 11 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 10,080 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 4,830 करोड़ रुपये तथा हाइब्रिड माध्यमों से 24 करोड़ रुपये की निकासी की है।
शीर्ष 10 कंपनियों में सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई। समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 30,474.79 करोड़ रुपये बढ़कर 16,07,857.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सप्ताह के दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज, कोल इंडिया, आयशर मोटर्स, अंबुजा सीमेंट्स, नेस्ले इंडिया, स्पाइसजेट और जेट एयरवेज के तिमाही नतीजे आने हैं।
इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और पावरग्रिड के शेयर भी फायदे में रहे।
सेंसेक्स की कंपनियों में मारुति का शेयर चार प्रतिशत से अधिक की मजबूती के साथ सर्वाधिक लाभ में रहा।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 2.13 प्रतिशत की बढ़त टेक महिंद्रा में हुई। इसके अलावा विप्रो, एचसीएल टेक, टाइटन, इंफोसिस, बजाज फिनसर्व, मारूति और बजाज फाइनेंस भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
प्राइम डाटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की दिसंबर तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में छोटे निवेशकों की हिस्सेदारी एनएसई में सूचीबद्ध 871 कंपनियों में बढ़कर 7.32 फीसदी पर पहुंच गई है।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर 3.10 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रहा। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और टाइटन में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।
बाजर विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार ने फेड और रूस-यूक्रेन तनाव से संभावित नतीजों पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है।
एनएसई निफ्टी 302.70 अंक लुढ़ककर 17,213.60 अंक पर बंद हुआ। बजट के बाद से बाजार में तेजी गायब है।
निफ्टी ने 17,500 के अहम स्तर को तोड़ दिया है। 11 बजे तक निफ्टी 17,336.50 अंक पर कारोबार कर रहा था।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद के बीच वैश्विक स्तर पर बांड प्रतिफल भी बढ़ा है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, महत्वपूर्ण घटनाक्रमों के बीच बाजार भागीदारों की नजर इस सप्ताह मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की नीतिगत समीक्षा बैठक पर होगी।
सेंसेक्स शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सबसे अधिक नुकसान में एचडीएफसी का शेयर रहा। इसके अलावा इन्फोसिस, एलएंडटी, कोटक बैंक, बजाज फिनसर्व और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।
टेक महिंद्रा, इंफोसिस, विप्रो, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक और कोटक बैंक के शेयर भी घाटे में रहे।
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 21 के शेयर लाभ में रहे जबकि नौ में घाटा उठाना पड़ा। बजट के अच्छे संकेत तथा वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख से तेजी बनी रही। ज्यादातर क्षेत्र लाभ में रहे।
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो यह जानना बहुत जरूरी है कि किस शेयर को बजट से फायदा मिलेगा और किसको नुकसान।
सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की बढ़त पावरग्रिड में हुई। इसके अलावा आईटीसी, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक और बजाज फिनसर्व के शेयर भी बढ़त में देखे गए।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 7.57 प्रतिशत की बढ़त टाटा स्टील में हुई। इसके अलावा सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी और एचसीएल टेक भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
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